इंदौर साहब नहीं हैं, बाद में आना', 'घटना स्थल हमारे थाना क्षेत्र में नहीं आता', 'बाहर बैठ जा अभी देखते हैं' कहकर थानों से टरकाने वाले पुलिसकर्मियों का उनके थाना प्रभारी (टीआइ) ही स्टिंग ऑपरेशन कर रिपोर्ट बना रहे हैं। शाम छह बजे होने वाले रोलकॉल में भी इसी बात पर जोर दिया जा रहा है कि फरियादियों से अच्छा बर्ताव करें। तत्काल सुनवाई करें और घटना की तस्दीक कर तुरंत एफआइआऱ दर्ज कर लें। यह अनूठी पहल आइजी के औचक निरीक्षण के बाद शुरू हुई है।
टीआइ ने दोस्त को फरियादी बनाकर थाने भेजा
बाणगंगा थाना टीआइ राजेंद्र सोनी ने उनके दोस्त योगेश को ही फरियादी बनाकर भेज दिया। योगेश ने एसआइ स्वराज डाबी से मुलाकात कर कहा कि मेरा मोबाइल गुम हो गया है। एसआइ ने घटना स्थल, घटना का समय के बारे में पूछा और सिटीजन कॉप पर सूचना दर्ज करने लगे। तभी टीआइ पहुंच गए और कहा कि योगेश का मोबाइल गुम नहीं हुआ अपितु उन्होंने ही रिस्पांस टाइम देखने के लिए भेजा था।
बाइक चोरी की रिपोर्ट मिलते ही चौराहे पर पहुंचे सिपाही
परदेशीपुरा थाना टीआइ अशोक पाटीदार ने पाटनीपुरा निवासी शुभम को फरियादी बनाकर थाने भेज दिया। शुभम ने कहा कि घर के सामने से उसकी बाइक बदमाश चुरा ले गए हैं। एएसआइ शोभाराम अटेरिया ने तत्काल बीट को कॉल (वायरलेस) किया और मौके पर भेजा। घटना की तस्दीक के लिए दो सिपाहियों के साथ शुभम को घटना स्थल पर भेज दिया।
लूट की रिपोर्ट करते ही एसआइ ने करवाई नाकाबंदी
एमआइजी थाना टीआइ विजयसिंह सिसोदिया ने पाटनीपुरा निवासी पवन अग्रवाल को उनकी अनुपस्थिति में थाना भेजा। ड्यूटी अधिकारी सुरेंद्रसिंह से कहा कि बदमाश उसका मोबाइल लूट कर भाग गए। वह मोबाइल पर बात करते हुए एलआइजी लिंक रोड से आ रहा था। एसआइ ने बीट और खुफिया टीम के सिपाही मौके पर भेज दिए। पवन से कहा कि मोबाइल का बिल लेकर आओ। मैं रिपोर्ट लिख लेता हूं। करीब आधा घंटा कथित लुटेरों की छानबीन चलती रही और नाकाबंदी भी करवा दी। कार्रवाई से संतुष्ट होने पर टीआइ ने भेद खोला।
फरियादी बनकर थाने पर पहुंचे आइजी
दरअसल पूरी कवायद थानों में सुनवाई का रंग-ढंग जानने के लिए चल रही है। पिछले दिनों आइजी योगेश देशमुख खुद बाइक पर बैठकर मोबाइल लूट की रिपोर्ट लिखवाने छोटी ग्वालटोली थाना पहुंच गए थे। थानों में निचले स्तर पर लापरवाही न हो, इसलिए टीआइ खुद ही स्टिंग ऑपरेशन कर रहे हैं।
छवि सुधरेगी
बेहतर सामूहिक योगदान देने से पुलिस विभाग की छवि सुधरेगी। थानों पर आम फरियादी की सुनवाई अच्छे से हो और पुलिस कार्रवाई से संतुष्ट हो, यही हमारा प्रयास है। - योगेश देशमुख, आइजी इंदौर
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