इंदौर। अगल सिंध प्रदेश की मांग को लेकर दिए गए पिछले बयान पर इंदौर सांसद शंकर लालवानी ने सफाई दी है। गुरुवार को पत्रकारवार्ता में उन्होंने कहा कि वह देश में धर्म के आधार पर अलग राज्य की मांग के पक्षधर नहीं हैं। उन्होंने तो सिंध में अलग प्रदेश की मांग की थी, क्योकि वहां आजादी को लेकर आंदोलन चल रहा है। यदि किसी को आपत्ति है तो मुझे खेद व्यक्त करने में भी कोई हर्ज नहीं है। सांसद लालवानी ने मंत्री उषा ठाकुर के मदरसों को लेकर दिए गए बयान पर भी कोई जवाब नहीं दिया। पत्रकारवार्ता में सांसद ने कहा कि कमल नाथ की भाषा पर राहुल गांधी ने आपत्ति ली, लेकिन नाथ राहुल गांधी की बात भी नहीं मान रहे हैं। उन्हें अपनी भाषा पर अफसोस नहीं है।
अब जनता जागरुक हो चुकी है। वह महिलाओं का अपमान बर्दाश्त नहीं करेगी। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पास कोई मुद्दा नहीं बचा। हम विकास के मुद्दे पर चुनाव लड़ रहे हैं। कमल नाथ सरकार ने जनता से जुड़ी योजनाओं को एक-एक करके बंद कर दिया। नाथ कभी किसी से मिलते नहीं थे और ना ही कहीं आते-जाते थे। वे तो केवल वल्लभ भवन से ही सरकार चलाते थे और कोई जनप्रतिनिधि उनके पास किसी योजना को लेकर जाते थे तो उन्हें चलो-चलो अभी सरकार के पास पैसे नहीं है कहकर चलता कर देते थे।
कोई ठेकेदार, माफिया या उद्योगपति आते थे तो उन्हें ससम्मान बैठा कर बातचीत करते थे। बीआरटीएस पर एलिवेटेड रोड के प्रोजेक्ट को लेकर उन्होंने कहा कि केंद्र ने राशि मंजूर कर दी थी, लेकिन अब आवास पर्यावरण विभाग के प्रोजेक्ट को पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा उनके विभाग में ले गए थे। अभी मामला कोर्ट में है। मेट्रो ट्रेन प्रोजेक्ट की धीमी गति को लेकर सांसद ने कहा कि इस मामले में जल्दी ही मुख्यमंत्री बैठक लेंगे।
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