इंदौर देवी अहिल्याबाई होलकर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर पेरिशेबल कार्गो सेंटर बनकर तैयार हो गया है। इसकी क्षमता करीब 20 टन की है। इसका सबसे अधिक फायदा फार्मा कंपनियों और आसपास के किसानों को होगा। केवल तीन घंटे में उनका माल दुबई और अन्य देशों में पहुंच जाएगा। इस माह के अंत में सांसद शंकर लालवानी इसका शुभारंभ करेंगे।
प्रबंधन के अनुसार इंदौर एयरपोर्ट से हर साल बड़ी मात्रा में कार्गो भेजा जाता है। इनमें कपड़े, मशीनरी, फल, सब्जियां, मिठाई और दवाइयां प्रमुख हैं। चूंकि ये चीजें जल्द खराब हो जाती हैं, इसलिए इन्हें इस तरह से एयरपोर्ट पर भेजा जाता है कि जांच के बाद ये सीधे विमान में रखवाई जा सकें।
कई बार देरी होने पर इन सब चीजों को एसी वाले कार्गो वाहनों में ही रखना पड़ता है या वापस भेजना पड़ता है। पेरिशेबल कार्गो सेंटर बनने के बाद यह परेशानी नहीं होगी। शुल्क देकर माल यहीं रखा जा सकेगा। इसके अलावा दूसरे शहरों से आने वाले माल को भी यहां रखकर उसकी डिलीवरी आराम से ली जा सकेगी।
लॉकडाउन के पहले तक इंदौर से दुबई के लिए एक फ्लाइट चलती थी। इसके अलावा स्पाइस जेट एक कार्गो विमान चलाती है। इंदौर से दुबई और दूसरे देशों के लिए ताजे फल और सब्जियां जाती हैं। कार्गो सेंटर बनने के बाद इंदौर से केवल तीन घंटे में ताजी सब्जियां और फल दुबई पहुंचेंगे।
फार्मा कंपनियों को सबसे ज्यादा फायदा
प्रबंधन के अनुसार इंदौर-पीथमपुर में कई अंतरराष्ट्रीय फार्मा कंपनियां हैं। इन कंपनियों द्वारा लंबे समय से इस टर्मिनल की मांग की जा रही थी, क्योंकि इनकी दवाइयां इंदौर से विमान द्वारा देश-विदेश भेजी जाती हैं। इसके लिए कंपनियां प्लांट से एयरकंडीशंड कार्गो ट्रक में एयरपोर्ट भेजती हैं और विमान में भेजे जाने तक इन्हीं में रखी जाती हैं। इसके कारण कंपनियों को ज्यादा समय और पैसा खर्च करना पड़ता है। लॉकडाउन में भी इंदौर से सबसे अधिक दवाई भेजी गई थी।
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