इंदौर शहर के ऐतिहासिक राजवाड़ा के जीर्णोद्धार का काम 2020 में पूरा होना मुश्किल हो गया है। खास तौर पर राजवाड़ा के मुख्य हिस्से का काम बीते कई महीनों से बंद पड़ा है। फिलहाल इमारत के उसी समय में सुधार कार्य हो रहे हैं, जो दंगों के समय जल गया था। शहर की पहचान रही रहे राजवाड़ा की मुख्य इमारत 7 मंजिल है जिसके पुनर्नवीनीकरण काम लगभग डेढ़ साल से भी ज्यादा समय से हो रहा है। इंदौर स्मार्ट सिटी डेवलपमेंट कंपनी लिमिटेड इमारत के जीर्णोद्धार का काम स्मार्ट सिटी मिशन के तहत कर रही है। नवीनीकरण पर 15 करोड़ से ज्यादा की राशि खर्च की जा रही है।
2020 की शुरुआत से राजबाड़ा के मुख्य भाग में सेंटरिंग का जाल बनाकर इमारत को कवर किया गया था और यह जाल अभी भी जस का तस है। आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि लॉकडाउन के पहले से मुख्य इमारत में लगी लकड़ियों में काम की समस्या आ रही थी और इसी वजह से वहां का काम रोकना पड़ा। स्मार्ट सिटी कंपनी ने इस संबंध में विशेषज्ञों से भी सलाह मशविरा किया और उन्हें राजवाड़ा की इमारत दिखाई भी, लेकिन खराब हो चुकी लकड़ियों को लेकर अब तक कोई विकल्प सामने नहीं आया है।
यही वजह है कि अभी मुख्य मार्ग को छोड़कर दूसरे हिस्सों में काम किया जा रहा है। सूत्र मानते हैं कि दिसंबर 2020 तक राजवाड़ा का काम पूरा होना मुश्किल है। इसके लिए 2021 तक का इंतजार शहर को करना होगा।
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