इंदौर। शक्ति की उपासना का पर्व नवरात्र 17 से 25 अक्टूबर तक होगा। इसकी तैयारियां शहर के विद्याधाम और अन्नापूर्णा माता मंदिर में शुरू हो गई हैं। हालांकि इस बार हर वर्ष से अलग दर्शन-पूजन की व्यवस्था रहेगी। शारीरिक दूरी के नियम के पालन के साथ माता के चलित दर्शन होंगे।
एरोड्रम रोड स्थित विद्याधाम में इस दौरान सग्रहमख शतचंडी महायाग सहित प्रतिदिन शारीरिक दूरी के नियम के पालन के साथ मास्क पहनकर एवं सैनिटाइजर की अनिवार्यता के साथ कई अनुष्ठान होंगे। आश्रम परिवार के पूनमचंद अग्रवाल, पं. दिनेश शर्मा, राजेंद्र महाजन ने बताया कि महामंडलेश्वर स्वामी चिन्मयानंद सरस्वती के सान्निाध्य में 17 अक्टूबर को अभिजित मुहूर्त में घट स्थापना होगी। 21 विद्वान महायाग में लोक मंगल की कामना से आहुतियां समर्पित करेंगे। अनुष्ठान में मंदिर में बिना मास्क के प्रवेश नहीं होगा। किसी भी प्रतिमा या अन्य वस्तु को स्पर्श करने की अनुमति नहीं होगी। केवल दर्शन ही होंगे।
अन्नापूर्णा मंदिर : माता रानी का दिन में तीन बार होगा श्रृंगार
अन्नापूर्णा रोड स्थित अन्नापूर्णा मंदिर पर पर नवरात्र महोत्सव में शतचंडी महायज्ञ होगा। साथ ही माता का दिन में तीन बार श्रृंगार किया जाएगा। दर्शन की व्यवस्था चलित रहेगी। महामंडलेश्वर स्वामी विश्वेश्वरानंद गिरि के सान्निाध्य में घट स्थापना के साथ 17 अक्टूबर को नवरात्र महोत्सव की शुरुआत होगी।
ट्रस्टी श्याम सिंघल ने बताया कि 12 विद्वान रोज सुबह 9 से 12 एवं दोपहर 3 से 6 बजे तक शतचंडी महायज्ञ करेंगे। पंडितों के बीच चार-चार फीट की दूरी से महायज्ञ में आहुतियां दी जाएंगी। भक्तों को 20-20 के समूह में शारीरिक दूरी के साथ चलित दर्शन के लिए छोड़ा जाएगा।
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