जबलपुर. जबलपु की तिलवारा थाना पुलिस ने दो सगी बहनों को मानव तस्करी (Human Trafficking) के आरोप में गिरफ्तार किया है. दरअसल मधु नामक महिला कुछ दिनों पहले दो नाबालिग लड़कियों को घुमाने के बहाने राजस्थान के कोटा ले गई थीं, जहां अपनी बहन कविता के घर में दोनों को रखा था. इसके साथ ही उनकी शादी करवाने की तैयारी कर रही थी.
इस दौरान जबलपुर में दोनों नाबालिगों के परिजनों ने उनकी गुमशुदगी दर्ज कराई थी. जब पुलिस ने पड़ताल शुरू की तो जानकारी मिली कि आखिरी बार दोनों लड़कियां मधु के साथ देखी गई थीं, जब पुलिस ने उसकी पतासाजी की तो पहले उसकी लोकेशन राजस्थान के कोटा में मिली और उसके दो दिन बाद मधु जबलपुर पहुंच गई. पुलिस ने जब उसे हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की तो उसने पूरी कहानी बयां कर दी.
पुलिस ने किसी तरह मधु की कोटा में रहने वाली बहन कविता को लालच देकर दोनों नाबालिगों के साथ जबलपुर बुलवाया और उसे हिरासत में लेकर नाबालिग लड़कियों को परिजनों के सुपुर्द कर दिया. जानकारी के मुताबिक दोनों सगी बहनों ने लड़कियों को डेढ़-डेढ़ लाख में बेचने का सौदा कर लिया था. आरोपी बहनों का पिता भी अपराधों में लिप्त है वह वर्तमान में रेप के आरोप में जेल में सजा काट रहा है.
जबलपुर में मानव तस्करी का यह पहला मामला नहीं है. इस तरह के मामले समय- समय पर शहर में सामने आते रहते हैं. मई 2019 में जबलपुर पुलिस ने एक गिरोह का खुलासा किया था, जो लड़कियों को राजस्थान के अलग-अलग शहरों में ले जाकर बेंचता था. आरोपियों ने जबलपुर और आसपास के जिलों से करीब 18 लड़कियों को दूसरे राज्यों में ले जाकर बेचने का अपराध कबूला था. ये सभी लड़कियां कमजोर और गरीब तबके की थीं. जिन्हें नौकरी और अच्छे घरों में शादी का झांसा देकर राजस्थान ले जाया गया था.
अधारताल पुलिस ने ह्यूमन ट्रैफिकिंग में लगे एक परिवार के तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया था, जो नौकरी और अच्छी तन्ख्वाह का झांसा देकर गरीब परिवार की लड़कियों को अपना निशाना बनाता था. आरोपियों की सरगना सुनीता यादव युवतियों को ब्यूटी पार्लर का काम सिखाया करती थी बाद में लडकियों का भरोसा जीतने के बाद उन्हें अच्छी नौकरी का झांसा देकर राजस्थान, गुजरात सहित अन्य प्रदेशों में ले जाकर पहले तो जबरन शादी कराते थे, जिसके एवज में सामने वाले से तय कीमत लिया करते थे.उसके बाद उसके खरीदने वाले के हवाले कर देते थे.
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