मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र राज्य की सीमा पर स्थित मां बड़ी बिजासन का दरबार श्रद्धालुओं की आस्था का बड़ा केंद्र है। मां बिजासनी अपने भक्तों के दुख दर्द दूर कर उनकी मनोकामना पूर्ण करती है। वहीं कोरोना संक्रमण और लॉकडाउन के बीच माता मंदिर महाराष्ट्र की ओर से आ रहे लाखों प्रवासी मजदूरों का बड़ा आसरा बना। मां बड़ी बिजासन धार्मिक एवं परमार्थिक ट्रस्ट अध्यक्ष एस वीरा स्वामी व ट्रस्ट सदस्यों के मार्गदर्शन में ट्रस्ट द्वारा लॉकडाउन के बाद से अगले ढ़ाई माह 31 मई तक महाराष्ट्र से आए उप्र, मप्र, बिहार, राजस्थान के करीब 6 लाख प्रवासी मजदूरों को ना सिर्फ भोजन कराया गया, बल्कि उनके ठहरने के लिए विश्राम की व्यवस्था भी की गई। वहीं माता दरबार से प्रतिदिन सैकड़ों लोगों के लिए भोजन पैकेट तैयार कर जरूरतमंद लोगों और भोजन पैकेट वितरण करने वाले लोगों तक पहुंचाए गए, ताकि कोरोना काल में कोई भूखा ना सोए। वहीं कोरोना वायरस के रोकथाम में लगी स्वास्थ्य टीम व बचाव कार्य में लगने वाली दवाई व पीपीई किट के लिए ट्रस्ट द्वारा मुख्यमंत्री राहत कोष में पांच लाख 51 हजार रुपये की आर्थिक मदद भी दी गई। प्रवासी मजदूरों को भोजना कराए जाने पर प्रशासन द्वारा मंदिर ट्रस के पदाधिकारियों का सम्मान भी किया गया था।
सीएम ने किया था गुणगान
माता मंदिर द्वारा किए गए सेवा कार्यों को प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने भी सराहते हुए ट्वीटर पर गुणगान किया था। सीएम चौहान ने ट्वीटर पर माता मंदिर समिति द्वारा मानव सेवा के लिए किए गए मंदिर समिति द्वारा किए गए कार्यों को सराहा और मंदिर पदाधिकारियों की प्रशंसा की थी।
दो राज्यों की सीमा पर स्थित माता मंदिर
मां बड़ी बिजासन का मंदिर दो राज्यों मप्र-महाराष्ट्र की सीमा पर स्थित है। माता यहां पिण्डी स्वरूप में विराजित है। अब तक तीन बार मंदिर का जिर्णोद्धार हो चुका है। वर्ष 2001-02 में एक करोड़ से अधिक की लागत से दक्षिण शैली में मंदिर का निर्माण हुआ है। पिछले 50 वर्षों से अखंड ज्योत प्रज्वलित है। मंदिर परिसर में हनुमानजी, सात माता, काल भैरव व पहाड़ी पर भगवान श्री पशुपतिनाथ का मंदिर स्थित है।
नवरात्री में विशेष अनुष्ठान
माता दरबार में प्रतिवर्ष आने वाले लाखों दर्शनार्थियों के चलते यहां सैकड़ों लोगों को रोजगार मिलता है। बड़ी बिजासन माता मंदिर परिसर में प्रतिवर्ष नवरात्रि पर धार्मिक अनुष्ठान होते है। नौ दिनों तक शतचंडी पाठ सहित नवमी पर पाठ समापन पर यज्ञ पूर्णाहुति कर विशाल भंडारे का आयोजन किया जाता है। कोरोना के कारण इस वर्ष भंडारा आयोजन नहीं होगा। ट्रस्ट अध्यक्ष एस वीरा स्वामी ने बताया कि इस वर्ष नवरात्र पर राष्ट्र व समाज उत्थान, विश्व शांति, नकारात्मक प्रवृत्तियों व कोरोना वायरस के विनाश के लिए धार्मिक अनुष्ठान नियमों का पालन करते हुए किए जा रहे है।
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