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मध्य प्रदेश में कोरोना संक्रमण काल में बुरी तरह से प्रभावित हुए कारोबार के उबरने की उम्मीद जागी।


 कोरोना संक्रमण के चलते पिछले सात माह से कारोबार बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। कपड़ा, आटोमोबाइल, सराफा हो या अन्य कोई कारोबार सभी पर कोरोना का असर पड़ा है। लगातार लॉकडाउन व संक्रमण की वजह से कारोबार 30 से 40 फीसद भी नहीं हो रहा है। व्यापारी नवरात्र से त्योहारी सीजन की शुरुआत होने से कारोबार बढ़ने की उम्मीद जता रहे हैं। ऑटो इंडस्ट्री में गाड़ियों की बिक्री 30 फीसद तक बढ़ सकती है। इसलिए कंपनियों ने अपने शो रूम को चार पहिया व दोपहिया वाहनों की अच्छी श्रृंखला से सजा दिया है। ग्राहक पसंदीदा माडल की मांग करते हुए अग्रिम बुकिंग कराने पहुंच रहे हैं। दूसरी ओर सराफा व कपड़ा बाजार में भी रौनक दिखाई दे रही है। त्योहार के साथ लोग शादियों के लिए भी खरीदारी करने में जुट गए हैं।


ऑटोमोबाइल : नए माडल पसंद बने


नवरात्र से दीपावली के बीच ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री गुलजार रहती है। पिछले साल 13 हजार दोपहिया वाहन और साढ़े पांच हजार चार पहिया वाहन बिके थे। त्योहारी सीजन शुरू होने से यह इंडस्ट्री लॉकडाउन में हुए नुकसान की भरपाई के लिए तैयार हो गया है। अच्छे कारोबार की उम्मीद के चलते डीलरों ने शोरूम गाड़ियों से भर दिए हैं। लाखों की चमचमाती कारें भी शोरूम की शोभा बढ़ा रही हैं। बैंकों द्वारा लोन दरें घटाने और कंपनियों द्वारा ऑफर की बौछार करने से गाड़ियों की बिक्री बढ़ने की उम्मीद है।







पिछले सात माह से ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री को काफी नुकसान हुआ है। त्योहारी सीजन में इसकी भरपाई होने की उम्मीद है। चार पहिया वाहनों में एसयूवी सेगमेंट की मांग ग्राहकों में है। दोपहिया वाहन के नए माडल भी पसंद किए जा रहे हैं। - आशीष पांडे, अध्यक्ष आटोमोबाइल डीलर एसोसिएशन


सराफा : शादी की खरीद भी


लॉकडाउन अवधि में भले ही राजधानी का सराफा बाजार बंद रहा, लेकिन सोना-चांदी के भाव आसमान पर चले गए थे। सोना 58 हजार 500 रुपये प्रति 10 ग्राम (23 कैरेट) एवं चांदी के भाव 70 हजार रुपये प्रतिकिलो तक पहुंच गए थे। अगस्त के पहले सप्ताह तक भाव बढ़ते रहे। इस कारण ग्राहकी 30 फीसद भी नहीं रही, लेकिन सितंबर-अक्टूबर में भाव कम होने से कारोबार में बढ़ोतरी हुई है। दुकानों में उन ग्राहकों की भीड़ भी दिखाई देने लगी है, जिनके परिवार में देवउठनी एकादशी के बाद विवाह हैं।







सोना-चांदी के भाव में कमी आई है। बाजार में ग्राहकी बढ़ने की यह तो वजह है ही, साथ में विवाह की खरीदी भी लोग अभी से करने लगे हैं। इस कारण कारोबार में 60 फीसद तक बढ़ोतरी हुई है। - नवनीत अग्रवाल, सराफा कारोबारी


कपड़ा : नई वैरायटियों से भरी दुकानें


भोपाल के थोक कपड़ा बाजार में 250 किमी के दायरे तक के रीटेल कारोबारी खरीद करने आते हैं, लेकिन कोरोना संक्रमण की वजह से ग्राहकी कमजोर रही है। जून-जुलाई में कारोबार 20 फीसद भी नहीं रहा था। अगस्त-सितंबर में कारोबार ने थोड़ी बढ़त ली। त्योहार व विवाह सीजन में अच्छी ग्राहकी की उम्मीद के चलते व्यापारियों ने नई वैरायटियों से दुकानें भर ली हैं।




ट्रेनें व बसें चलने से ग्राहकी 80 फीसद तक हो गई है। त्योहार व विवाह के आयोजनों के चलते कारोबार ने रफ्तार पकड़ ली है। - श्यामबाबू अग्रवाल, अध्यक्ष राजधानी वस्त्र व्यापारी संघ


ऑटोमोबाइल


- 13000 दोपहिया वाहन बिके थे पिछले साल


- 5500 चारपहिया वाहनों की हुई थी बिक्री


कपड़ा


- 5000 से अधिक थोक व रीटेल दुकानें शहर में



 


- 200 करोड़ रुपये का कारोबार हुआ था पिछली बार


सराफा


- 600 से अधिक छोटी-बड़ी दुकानें


- पांच करोड़ रुपये से अधिक का कारोबार प्रतिदिन त्योहारी सीजन में


नोट : आंकड़े पिछले साल नवरात्र से दीपावली तक के अनुमानित में है।


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