इंदौर के पास गौतमपुरा में धोक पढ़वा (गोवर्धन पूजा) पर दो दलों के बीच हाेने वाले हिंगोट युद्ध पर इस बार संशय के बादल छाए हुए हैं। युद्ध के दौरान दोनों दलों के योद्धाओं ने एक-दूसरे पर जलते हुए अग्निबाण (हिंगोट) से आक्रमण करते हैं। हमले में कुछ लाेग घायल भी होते हैं। दीपावली के अगले दिन प्रतिवर्ष जांबाज तुर्रा और रुणजी के वीर कलंगी योद्धाओं के बीच हाेने वाले इस बेहद जोखिम भरे हिंगोट युद्ध काे लेकर शांति समिति की बैठक में भी काेई निर्णय नहीं हो पाया।
पुलिस जहां युद्ध नहीं होने की बात कह रही है। वहीं, जनप्रतिनिधि परंपरा कायम रहे, इसके लिए सांकेतिक युद्ध करवाए जाने की बात कह रहे हैं। योद्धाओं ने अपनी पूरी तैयारी कर रखी है, अब यह युद्ध हाेगा या नहीं, यह दीपावली के दूसरे दिन धाेक पढ़वा पर ही पता चलेगा।
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