प्रदेश के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल महाराजा यशवंतराव अस्पताल (एमवायएच) में अब शवों को रखने के लिए प्रदेश की सबसे बड़ी मोर्च्यूरी बनाने का काम शुरू हो गया है। इसका निर्माण कार्य दो चरणों में होगा। इसमें एक करोड़ रुपए से ज्यादा की राशि खर्च होगी। इस संबंध में शनिवार को वर्चुअल बैठक में फैसला लिया गया। यह भी तय किया गया कि जनवरी तक यह काम पूरा कर लिया जाएगा। बैठक में सांसद शंकर लालवानी, संभागायुक्त डॉ. पवन शर्मा के साथ डीन डॉ. संजय दीक्षित, अधीक्षक पीएस ठाकुर व अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
संभागायुक्त डॉ. पवन कुमार शर्मा ने कहा कि इसका निर्माण कार्य जल्द ही शुरू कर दिया जाएगा। पहले चरण का काम 26 जनवरी के पहले पूरा कर लिया जाए। इसके निर्माण के लिए मध्यप्रदेश हाउसिंग बोर्ड को निर्माण एजेंसी बनाया गया है। एमवाय अस्पताल में प्रदेश की सबसे बड़ी बनने वाली शव गृह (मोर्च्यूरी) में शवों को सुरक्षित रखने, पोस्टमार्टम करने आदि का विस्तार होगा। शव गृह में दो भाग रहेंगे। एक में 16 और दूसरे में 24 शव रखने की व्यवस्था होगी। इस तरह कुल 40 शव एक साथ रखे जा सकेंगे। इसी तरह, पोस्टमार्टम करने की सुविधा भी बढ़ाई जा रही है। इसके बनने के बाद एक साथ 10 पोस्टमार्टम किए जा सकेंगे।
जैन ने बताया कि यहां मृतकों के परिजन के बैठने के लिए प्रतीक्षालय भी बनाया जाएगा। इसमें शौचालय, पेयजल और बैठने की व्यवस्था होगी। इसके अलावा पार्किंग भी बनाई जाएगी। इसमें पुलिस की कार्यवाही के लिए भी अलग से रूम रहेगा। यह शव गृह मॉडल के रूप में विकसित किया जा रहा है। सांसद शंकर लालवानी ने कहा कि इससे शव गृह का विस्तार होगा।
0 टिप्पणियाँ