- वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम द्वारा चुने गए 36 शहरों में इंदौर इकलौता टीयर-2 शहर
वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम द्वारा पूरे विश्व में चुने गए 36 शहरों में इंदौर इकलौता शहर है, जो टीयर-2 शहर है। बेंगलुरु, फरीदाबाद और हैदराबाद के अलावा देश के सभी शहर मेगा सिटी माने जाते हैं।
वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम द्वारा बनाए गए ग्लोबल स्मार्ट सिटी अलायंस में इंदौर के शामिल होने का सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि इंदौर अब टोरंटो, लंदन और दुबई जैसे शहरों से स्मार्ट सिटी की तकनीकें सीख सकेगा।
जी 20 द्वारा तैयार ग्लोबल स्मार्ट सिटी अलायंस के यह 36 शहर एक तरह से लाइट हाउस के रूप में अपने देशों के अन्य शहरों के लिए काम करेंगे। अलायंस बनने से अब तकनीक के आदान-प्रदान के लिए देश की सीमाओं का बंधन नहीं रहेगा।
टोरंटो, लंदन, दुबई जैसे शहर एकफोरम पर आने से इंदौर स्मार्ट सिटी के लिए अब सीधे उनसे वहां की बेहतर तकनीक को समझकर इंदौर में लागू कर सकेगा। वहीं बाकी शहर इंदौर से सीखेंगे कि कम बजट में कैसे प्रोजेक्ट को लॉन्च किया जा सकता है।
यह होगा फायदा: आईटीएमएस सहित अधूरे प्रोजेक्ट अब गति पकड़ेंगे
इंदौर का नाम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आने के बाद स्मार्ट सिटी के अधूरे प्रोजेक्ट इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम, स्लज हाईजिनाइजेशन, रिवर फ्रंट डेवलपमेंट सहित अन्य की भी गति देखने को मिलेगी। लैंडमॉनिटाइजेशन के प्रोजेक्ट भी आगे बढ़ेंगे।
1. कम फंड मिलने के बावजूद इंदौर ने 221 में से 171 प्रोजेक्ट्स पूरे कर दिए। 100 स्मार्ट सिटी में से कोई भी शहर इतनी बड़ी संख्या में प्रोजेक्ट पूरे नहीं कर सका।
2. सीईओ स्मार्ट सिटी अदिति गर्ग ने बताया इंदौर स्मार्ट सिटी द्वारा रिकॉर्ड संधारण किया जाना, इस उपलब्धि का सबसे बड़ा कारण माना जा सकता है।
3. स्मार्ट सिटी द्वारा संचालित किए जा रहे इंटीग्रेटेड कंट्रोल एंड कमांड सेंटर में पूरे शहर का इंटीग्रेडेट डाटा स्टोर हो रहा है। इसी डाटा के आधार पर लोगों के लिए सुविधाओं और सुरक्षा के लिहाज से मॉनिटरिंग की जा रही है।
4. 56 दुकान को आदर्श फूड हब के रूप में 56 दिन में तैयार कर अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त की है। पहले से ज्यादा सुंदर किया।
5. इंदौर 311 एप के जरिए लोगों की समस्याओं को एकफोरम पर लाने और मैसेज देने के लिए उसी प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल कर तकनीक का सबसे बेहतर उपयोग जनता के लिए किया जा रहा है।
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