- पुल के लिए भूमिपूजन हुआ, हैदराबाद की कंपनी बनाएगी मेजर ब्रिज
- बुदनी से इंदौर की दूरी 82 किमी होगी कम, नसरुल्लागंज क्षेत्र को मिलेगी रेलवे लाइन
बुदनी से इंदौर रेलवे लाइन का सपना अब धरातल पर साकार होता दिखाई दे रहा है। शुक्रवार को रेलवे लाइन के लिए पुल और पुलियां बनाने के काम की शुरुआत हुई। रेहटी के पास गांव खड़ली में हैदराबाद की कंपनी ने पुल निर्माण का भूमि पूजन हुआ। बुदनी से इंदौर के मांगलिया तक इस ट्रैक पर 14 पुल और 49 पुलियाएं बनाई जाएंगी। इस रेल ट्रैक के बाद बुदनी क्षेत्र के लोगों को इंदौर तक ट्रेन से जाना आसान हो जाएगा। बुदनी और मांगलिया को जंक्शन बनाया जाएगा।
नए रूट से इंदौर और जबलपुर के बीच की दूरी 68 किमी कम हो जाएगी। बुदनी-इंदौर रेलवे लाइन के सीपीएम अतुल निगम, सीनियर डीजीएम महेश साविरकर और कंपनी के अधिकारी रेहटी के समीपस्थ ग्राम खड़ली पहुंचे। प्रथम चरण में बुदनी से खातेगांव तक शासकीय नदी नालों पर बनने वाले बड़े मेजर 7 ब्रिज व अन्य निर्माण कार्य का भूमि पूजन किया।
मांगलिया तक डलेगी लाइन
कंपनी को निर्माण कार्य करने के लिए मिलने वाली एनओसी प्राप्त हो गई है। प्रस्तावित लाइन बुदनी के वर्तमान यार्ड से प्रारंभ होगी। इंदौर के निकट पश्चिम रेलवे के मांगलिया गांव स्टेशन से जुड़ेगी। इस मार्ग पर 10 नए क्रॉसिंग स्टेशन और सात नए हाल्ट स्टेशन बनाने का प्रस्ताव है।
2025 तक तैयार करने का रखा गया है लक्ष्य
केंद्र सरकार ने बुदनी से इंदौर, मांगलिया के बीच विद्युतीकरण के साथ 205.5 किमी लंबी नई रेल लाइन के निर्माण को मंजूरी दी थी। परियोजना को वर्ष 2024-25 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। इसकी लागत 3261. 82 करोड़ रुपए है। इसमें बुदनी और मांगलिया स्टेशनों को जंक्शन बनाया जाएगा। नई लाइन से सीहोर, देवास व इंदौर जिलों को लाभ होगा।
वाहन से 287 किमी का सफर, लाइन से 205 किमी
बुदनी से इंदौर रेलवे लाइन का निर्माण होने के बाद यहां के रहवासियों के लिए सफर आसान हो जाएगा। वर्तमान में अभी बुदनी से इंदौर की दूरी 287 किमी है। नई रेलवे लाइन 205 किमी में बिछाई जाएगी। जिससे 82 किमी का सफर यात्रियों को कम तय करना पड़ेगा। लंबे समय से क्षेत्र के रहवासी इस रेल ट्रैक बनने का इंतजार कर रहे हैं।
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