इंदौर, शहर में तैयार हुए सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में जल्द ही ह्दय रोग व गंभीर बीमारियों का इलाज हो सकेगा। गौरतलब है कि हॉस्पिटल की इमारत बनने के बाद कोविड संक्रमण के कारण पिछले कुछ महीनों से यहां पर कोविड संक्रमित मरीजों का ही इलाज हो रहा है। अब संक्रमित मरीजों की संख्या में कमी आ रही है। ऐसे में जिस उद्देश्य से यह हॉस्पिटल बनाया गया था उसके हिसाब से अन्य बीमारियों का इलाज हो सकेगा। इस हॉस्पिटल में अन्य बीमारियों का इलाज जनवरी-फरवरी माह तक शुरू होने की संभावना जताई जा रही हैं। यह संभावना जताई जा रही है कि यहां पर कैथ लैब का निर्माण होने के बाद मेडिकल कॉलेज प्रबंधन सबसे पहले यहां पर ह्दय रोग संबंधित सर्जरी की प्रक्रिया को शुरू कर सकता है।
ओटी व एकेडमिक ब्लॉक का चल रहा निर्माण
सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल की इमारत में अभी ऑपरेशन थिएटर का निर्माण चल रहा है। इसके अलावा यहां पर एक एकेडमिक ब्लॉक का निर्माण भी चालू हैं। हॉस्पिटल की इमारत भले ही बन गई है। अभी यहां के ऑपरेशन थिएटर के उपकरण व अन्य जांच के उपकरण आना बाकी है। कई मशीनों व उपकरणों की खरीदी के ऑर्डर जारी किए जा चुके है और अगले एक से डेढ़ माह में उपकरणों के आने की संभावना है। इस हॉस्पिटल में सिटी स्कैन व एमआरई की सुविधा मिलेगी। हालांकि इसके लिए भोपाल स्तर से एजेंसी तय कर करने के एिल टेंडर की प्रक्रिया अभी शुरू नही हुई है।
सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल के बनने के बाद अभी इसके संचालन के लिए डॉक्टर्स, नर्सिंग स्टॉफ, तृतीय व चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों को नियुक्ति होना बाकी है। ऐसे में फिलहाल एमवायएच के स्टॉफ के सहारे फिलहाल इस हॉस्पिटल का संचालन किया जा रहा है।
नियुक्ति की प्रक्रिया जल्द होगी शुरू, कॉर्डियोलॉजी का इलाज पहले होगा
भोपाल से अनुसूची जारी होने के बाद हॉस्पिटल में डॉक्टर व अन्य स्टॉफ की नियुक्ति के लिए जल्द से जल्द प्रक्रिया शुरू होगी। एमवाय के डॉक्टरों को अभी इसकी जिम्मेदारी सौंपी है ताकि यहां पर विभागों के डेवलपमेंट में मदद मिले। हम प्रयास करेंगे यहां पर देश के बेस्ट डॉक्टर व विशेषज्ञ आए। कैथले तैयार होने के बाद हम सबसे पहले कॉर्डियोलॉजी विभाग को शुरू करने का प्रयास करेंगे। - डॉ संजय दीक्षित, डीन एमजीएम मेडिकल कॉलेज
सुपर स्पेशलिटी- एक नजर
- 237 करोड़ में इमारत का निर्माण व उपकरणों की खरीदी होना है।
- 400 बेड क्षमता का हॉस्पिटल
- 10 ऑपरेशन थिएटर
- 100 बेड का आईसीयू
- 9 सुपर स्पेशलिटी इलाज की सुविधा। इसमें ह्दय, पेटरोग, किडनी, न्यूरोलॉजी सर्जरी, डायलिसिस, प्लास्टिक सर्जरी जैसी कई सुविधाएं उपलबध होगी।
स्टॉफ की जरूरत
- 250 डॉक्टर
- 600 नर्स व टेक्नीशियन
- 400 तृतीय व चर्तुथ श्रेणी कर्मचारी
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