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कब्जे में बाबा की गृहस्थी:कम्प्यूटर बाबा के आश्रम में बंदूक से लेकर बुलेट तक महंगी क्रीम, परफ्यूम व ऐशो आराम का सभी सामान


बाबा की गद्दी सहित अन्य सामान प्रशासन की टीम ट्रकों में लोड करके ले गई



  • चार पोकलेन लेकर पहुंचा प्रशासन, आश्रम से सामान निकालने में दो घंटे लगे


  • कम्प्यूटर बाबा के अहिल्यापुरी एक्सटेंशन में और सुपर कॉरिडोर पर करीब साढ़े तीन हजार वर्गफीट एरिया में भी कब्जे मिले हैं। इसमें अहिल्यापुरी मामले में निगम द्वारा जांच हो रही है। इन सभी जगहों पर भी अब जल्द कब्जे हटाने की कार्रवाई की जाएगी। वहीं, प्रशासन को बाबा के कई बैंक अकाउंट होने और उनमें असामान्य तरीके से पैसा जमा होने की भी शिकायतें मिली हैं। प्रशासन ने बाबा की जमीनों के साथ ही उनके खातों की भी जांच शुरू करवा दी है। जरूरत होने पर आयकर विभाग की मदद ली जाएगी।


    बाबा पर कांग्रेस-भाजपा आमने-सामने


    कांग्रेस सांसद दिग्विजय सिंह ने सोशल मीडिया पर जारी बयान में कहा कि इंदौर में बदले की भावना से कम्प्यूटर बाबा का आश्रम व मंदिर बिना नोटिस दिए तोड़ा जा रहा है। यह राजनीतिक प्रतिशोध की चरम सीमा है। सिंह सोमवार को इंदौर आकर दोपहर 2 बजे बाबा से मिलने सेंट्रल जेल जाएंगे। विधायक जीतू पटवारी ने कहा कि पहले बाबा भाजपा के साथ थे, तब अतिक्रमण नहीं दिखा। पहले वह संत लग रहे थे और अब शैतान लग रहे हैं।


    सांसद शंकर लालवानी ने कहा कि कम्प्यूटर बाबा को धर्म की पताका फहराना चाहिए थी, लेकिन वो राजनीति का वायरस फैला रहे थे। उनमें राजनीति का वायरस घुस गया था। नगर अध्यक्ष गौरव रणदिवे ने कहा कि ऐसे बाबाओं पर ऐसी ही सख्त कार्रवाई की जरूरत है। उधर, जैन समाज ने मुख्यमंत्री के नाम धन्यवाद का पत्र सांसद लालवानी को सौंपा। बाबा का आश्रम जैन समाज के प्रमुख स्थल गोम्मटगिरि तीर्थ क्षेत्र के पास बना था।


    पुलिस वैन में बैठते याद आया गनमैन, जेल में ध्यान की मुद्रा में बैठे




    • कलेक्टर मनीष सिंह ने कहा कि यहां अवैध कब्जा था। नोटिस देने टीम गई थी, लेकिन किसी ने नहीं लिया तो चस्पा भी किया गया था।

    • बाबा को पुलिस वैन में बैठाकर जेल ले जा रहे थे। तब उन्होंने पूछा मेरा गनमैन भी साथ था, अफसरों ने कहा हां सभी अन्य वाहन में आ रहे हैं।

    • बाबा को सेंट्रल जेल की बैरक नंबर 5 में रखा है। वे वहां ध्यान की मुद्रा में बैठे हैं। जेल में कोई विरोध नहीं किया। कार्रवाई से खौफ में नजर आए।



    बंदूक का लाइसेंस करेंगे चेक


    कम्प्यूटर बाबा के आश्रम से मिली बंदूक की जांच करवाई जा रही है। हालांकि प्रारंभिक तौर पर पता चला है कि बंदूक लाइसेंसी है। सोमवार को कलेक्टोरेट में लाइसेंस शाखा से बंदूक के लाइसेंस का रिकॉर्ड चेक करवाया जाएगा कि यह किस के नाम पर है।


    विवादों से पुराना नाता: गोम्मटगिरि आश्रम की जमीन से लेकर कालीधाम मंदिर में हत्या तक का आरोप


    1. बाबा ने गोम्मटगिरि आश्रम की जमीन पर विवाद के बाद राजबाड़ा पर आमरण अनशन किया था। तब तत्कालीन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने अनशन खत्म करवाया था।


    2. अंबिकापुरी के श्रीसिद्ध कालीधाम मंदिर को लेकर हुई हत्या के मामले में भी बाबा को लेकर आरोप लगे थे।


    3. 2011 में बाबा ने गोम्मटगिरि आश्रम पर लघु कुंभ आयोजित किया था। प्रचार के लिए हेलिकॉप्टर से गांव-गांव में पर्चे वितरित किए थे।





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