Header Ads Widget

Responsive Advertisement

क्रोध से मूर्खता उत्पन्न होती है, मूर्खता से सोचने-समझने की शक्ति खत्म हो जाती है और इंसान स्वयं नष्ट हो जाता है


गुस्से को मौन से काबू कर सकते हैं, रोज ध्यान करने से मन शांत होता है और क्रोध को कंट्रोल कर सकते हैं


क्रोधित व्यक्ति अपना मुंह खोल लेता है और आंख बंद कर लेता है। तब उसे ये नहीं दिखता है कि वह किसके सामने बोल रहा है और उसके बोल से सामने वाले को तकलीफ हो रही है। वह सिर्फ बोलता रहता है।


क्रोध को मौन से काबू किया जा सकता है। अगर स्वभाव में क्रोध बढ़ता जा रहा है तो रोज ध्यान करना चाहिए। ध्यान करने से मन शांत रहता है और गुस्से को कंट्रोल कर सकते हैं।


जानिए क्रोध से जुड़े कुछ ऐसे विचार, जिन्हें अपनाने से हम इस बुराई को नियंत्रित कर सकते हैं..





 



एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ