मध्यप्रदेश उपचुनाव के संभावित नतीजे क्या होंगे एग्जिट पोल । इसके मुताबिक, भाजपा को 14 से 16 सीटें मिलती दिख रही हैं। कांग्रेस को 10 से 13 सीटें मिल सकती हैं। बसपा के खाते में एक सीट जा सकती है। चंबल क्षेत्र में भाजपा पिछड़ती नजर आ रही है। यहां कुल 7 सीटों में कांग्रेस को 4 से 6, जबकि भाजपा को शून्य से 2 सीटें ही मिलने की संभावना है।
ग्वालियर क्षेत्र ज्योतिरादित्य सिंधिया का गढ़ है, इस पर पूरे प्रदेश की नजरें हैं। यहां बराबरी का मुकाबला नजर आ रहा है। यहां की 9 सीटों में भाजपा-कांग्रेस को 4 से 5 सीटें मिलती दिख रही हैं। मालवा में भाजपा आगे दिख रही है।
मध्यप्रदेश का उपचुनाव इसलिए मायने रखता है क्योंकि इससे प्रदेश की सत्ता के समीकरण तय होना है। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान, पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के साथ ज्योतिरादित्य सिंधिया की प्रतिष्ठा दांव पर है।
सरकार बचा लेगी भाजपा
एग्जिट पोल के संकेतों से साफ है कि भाजपा सरकार बचाने में कामयाब हो जाएगी। कांग्रेस फिर से सरकार बना लेगी, इसकी संभावना कहीं दिख नहीं रही। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि उपचुनाव में अमूमन मतदाताओं का रुझान सत्तारुढ़ पार्टी की तरफ ही ज्यादा होता है।
क्षेत्रवार किसे कितनी सीटें मिलने के संकेत
क्षेत्र | सीट | भाजपा | कांग्रेस | अन्य |
ग्वालियर | 9 | 4-5 | 4-5 | 0 |
चंबल | 7 | 0-2 | 4-6 | 1 |
मालवा | 5 | 4-5 | 0-1 | 0 |
निमाड़ | 2 | 0-1 | 1-2 | 0 |
बुंदेलखंड | 2 | 1-2 | 0-1 | 0 |
भोपाल | 2 | 1-2 | 0-1 | 0 |
महाकौशल | 1 | 1 | 0 | 0 |
28 सीटों पर जितनी बंपर वोटिंग हुई, उतनी बंपर हमारी जीत होगी: शिवराज सिंह चौहान
कोरोना के बावजूद 28 सीटों पर जितनी बंपर वोटिंग हुई है, उतनी ही बंपर जीत भाजपा की होगी। कांग्रेस बौखला गई है और ईवीएम पर उंगली उठा रही है। जब 2018 में कांग्रेस को जीत मिली थी, जब ईवीएम सही थी और अब गलत हो गई। लोकतंत्र की विजय से गदगद हूं। आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश हमारा संकल्प है। -शिवराज सिंह चौहान, मुख्यमंत्री मप्र
सरकार जनता की बनेगी, सीट की संख्या नहीं बताऊंगा: कमलनाथ
कितनी सीटें हम जीतेंगे, मैं संख्या पर नहीं जाऊंगा। यह चुनाव जनता का था और जनता ने ही लड़ा है। 10 नवंबर को जनता की सरकार बनना तय है। -कमलनाथ, पूर्व मुख्यमंत्री मप्र
ऐसे किया एग्जिट पोल
मध्यप्रदेश की 28 सीटों का जायजा लिया। वोटिंग ट्रेड का एनालिसिस किया। वोट देकर निकले मतदाताओं से बात करके निष्कर्ष निकाले।
46% लोगों की पसंद शिवराज, 43% की कमलनाथ
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