- मीटर रीडिंग करने वालों की लापरवाही का खामियाजा भुगत रहे उपभोक्ता
गोल्डन पाम टाउनशिप (निरंजनपुर) में रहने वाले कृष्ण कुमार गुप्ता को बिजली कंपनी ने अक्टूबर माह का 25803 रुपए का बिजली बिल भेज दिया। बिल देखते ही उनके होश उड़ गए। ठंड के दिनों में जब एसी, कूलर, पंखे, नहीं चल रहे हैं फिर भी इतना बिल कैसे आ गया यह सोचकर उनके पसीने छूट गए।
उन्होंने महालक्ष्मी नगर जोन पर जाकर सहायक इंजीनियर तरुण चावला को ज्यादा बिल आने की शिकायत की। जांच हुई तो रीडिंग ज्यादा दर्ज होने का मामला सामने आया। बिल संशोधित कर 1377 रुपए का किया गया। यह राशि चुका दी गई।
इसके बाद मैदानी अमला उनके घर गया और कनेक्शन काट दिया। पहले लगा कि सामान्य रूप से बिजली गई है। तीन-चार घंटे तक नहीं आई तो पड़ोसियों से जानकारी ली। पता चला कि बकायादार बताकर उनका कनेक्शन मीटर से काट दिया है। जोन के स्टाफ की इस दूसरी लापरवाही पर उन्हें एक बार फिर जोन कार्यालय जाना पड़ा। वहां भरा हुआ बिल दिखाया तब जाकर कनेक्शन जोड़ा गया।
भागीरथपुरा, नेहरू नगर में भी 20 लोगों के साथ ऐसा ही
भागीरथपुरा, नेहरू नगर में 20 से ज्यादा परिवारों ने ऑनलाइन बिल जमा कर दिया, लेकिन इन्हें बकायादार समझकर न केवल कनेक्शन काटा बल्कि बिल में बकाया भुगतान जोड़कर दो महीने का बिल भेज दिया। उपभोक्ता अब मोबाइल से जमा किए गए बिल की रसीद लेकर बिल कम करवा रहे हैं। खंडवा रोड स्थित श्रीयंत्र नगर, लिम्बोदी की टाउनशिप में रहने वालों के साथ भी ऐसा ही हुआ।
नंदानगर गली नंबर 8 में बगैर मंजूरी पोल शिफ्ट किया
नंदानगर स्थित गली नंबर 8 में सहायक इंजीनियर और कार्यपालन यंत्री की अनुमति के बगैर ही चालू पोल शिफ्ट कर दिया गया। सहायक इंजीनियर ने संबंधित परिवार और ठेकेदार पर एफआईआर दर्ज करने के लिए प्रक्रिया शुरू कर दी है। पोल शिफ्ट करने की वजह से काफी देर तक बिजली बंद रही।
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