डेयरी कर्मचारी ने काॅटन कारोबार के लिए डमी फर्म बनाई और 20 करोड़ के फर्जी बिल काटकर कारोबारियों को दे दिए। इन बिलाें के आधार पर कारोबारियों ने इनपुट टैक्स क्रेडिट लेकर चार करोड़ की जीएसटी चोरी कर ली। यह खुलासा सेंट्रल जीएसटी द्वारा विजयनगर में अरिहंत कोर फाइबर कंपनी पर मारे गए छापे में हुआ। कंपनी संचालक अंकित जैन को पकड़ लिया गया है। जांच में तीन और फर्म की जानकारी सामने आई है। विभाग की टीम मौके पर पहुंची तो ना दफ्तर मिला और ना कोई कर्मचारी।
इनमें से दो गुजरात के और एक हरियाणा के व्यक्ति ने बनाई। तीन फर्मों की जो जानकारी सामने आई है, उसके मुताबिक लोहामंडी स्थित मे. वेलकम ट्रेडिंग के मालिक विशाल रमेशभाई पटेल हैं और इस कंपनी ने 1.66 करोड़ की जीएसटी चोरी की। वहीं समर पार्क स्थित मे. शिव इंडस्ट्रीज के मालिक के तौर पर जसविंदर सिंह का नाम सामने आया। इस फर्म ने 3.56 करोड़ की चोरी की। इसके अलावा कुलदीप बंसल के मालिकाना हक वाली मित्तल स्टील, सिरपुर का नाम भी सामने आया है। इसने 1.31 करोड़ की चोरी की।
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