रोमन फिलॉसफर, राजनेता और नाटककार, सेनेका द यंगर का पूरा नाम लूशियस एनियस सेनेका था। लैटिन साहित्य के सबसे अच्छे दौर के व्यंग्यकार माने जाते हैं।
1. जहां तक हो सके खुद के साथ रहें, या ऐसे लोगों के साथ रहें जिनसे आप कुछ सीख सकते हैं और अपने अंदर सुधार ला सकते हैं।
2. किसी समस्या का सबसे जरूरी पहलू उसका हल नहीं है। हल निकालते हुए जो ताकत मिलती है, वह सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है।
3. जब परिस्थितियां बदलती हैं, तो रणनीति बदलने में कोई बुराई नहीं।
4. ऐसा नहीं है कि चीजें मुश्किल हैं, इसलिए हम हिम्मत नहीं करते, हम हिम्मत नहीं करते इसलिए चीजें मुश्किल लगती हैं।
5. या तो रास्ता तलाशिए या खुद बनाइए।
6. खूबसूरती से कभी चकित नहीं होना चाहिए, उन छिपे हुए गुणों को तलाशना चाहिए जो सदा बने रहेंगे।
7. सब आपके नियंत्रण में है। आप चीजों को आसान बना सकते हैं या मुश्किल या हास्यास्पद। चुनाव तो आपका ही होता है।
8. विपत्ती हमें बुद्धिमान बनाती हैं जबकि समृद्धि सही-गलत के फर्क को खत्म कर देती है।
9. हम असलियत में कम, काल्पनिक रूप से ज्यादा दुखी रहते हैं।
10. उस व्यक्ति से ज्यादा बदकिस्मत कोई नहीं जिसने कभी तकलीफ नहीं झेली। क्योंकि उसके पास खुद को आज़माने का साहस ही नहीं था।
11. आपने किसी को कुछ दिया है तो शांत रहें, लेकिन किसी ने आपको कुछ दिया है तो जरूर जिक्र करें।
12. दुनिया में किसी चीज की उतनी तारीफ नहीं होती जितनी उस व्यक्ति की होती है, जो बहादुरी से दुख सहना जानता है।
13. डरते हुए पूछने वाले को अक्सर ना सुननी पड़ती है।
14. अपना सर्वश्रेष्ठ दें, वर्तमान का मजा लें और जो है उसमें खुश रहें।
15. हम हमेशा कहते हैं कि जीवन बहुत छोटा है लेकिन बरताव ऐसे करते हैं जैसे हमेशा के लिए है।
(- सेनेका द यंगर, निधन- 12 अप्रैल 65 एडी)
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