- गर्भगृह में फुलझड़ी जलाकर मनाई दीपावली
- बाबा को चढ़ाया 56 भोग का प्रसाद
उज्जैन स्थित विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में शनिवार को भस्मारती के दौरान भगवान महाकाल को गर्म जल से स्नान कराया गया। इसे अभ्यंग स्नान कहते हैं। इससे पहले बाबा को चंदन का उबटन लगाया गया। चूंकि कार्तिक मास की चौदस से सर्दियों की शुरुआत मानी जाती है, इसलिए ठंड से बचने के लिए बाबा महाकाल को गर्म जल से स्नान कराने की परंपरा है। महाशिवरात्रि तक बाबा को गर्म जल से स्नान कराया जाएगा।
गर्भगृह में फुलझड़ी जलाकर मनी दीपावली
उज्जैन में त्यौहारों की शुरुआत महाकाल मंदिर से होती है। शनिवार को दीपावली का आगाज भी मंदिर से हुआ। भस्मारती के बाद पुजारियों ने गर्भगृह में फुलझड़ी जलाकर दीपावली मनाई। इसके साथ ही उज्जैन में तीन दिनी दीपावली त्यौहार शुरू हो गया।
56 भोग का भी शुभारंभ
उज्जैन में कोई भी धार्मिक कार्यक्रम हो, इसकी शुरुआत महाकाल मंदिर से ही होती है। शनिवार को भस्मारती के बाद बाबा महाकाल को 56 भोग लगाया गया। इसी के साथ अब उज्जैन के अन्य मंदिरों में देवी-देवताओं को 56 भोग का प्रसाद लगाया जाना शुरू होगा।
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