उपचुनाव के परिणाम आने के पहले ही सत्ता की जंग शुरू हो गई है। बहुमत तैयार करने के लिए एक दिन पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के निवास पर मतदान के फीडबैक पर मंथन हुआ। इसके बाद आज भाजपा ने प्लान-B पर फील्डिंग शुरू की, तो कांग्रेस में हलचल तेज हो गई। कांग्रेस के रणनीतिकार देर शाम को कमलनाथ के निवास पर बैठक करेंगे।
दरअसल, 15 माह की कमलनाथ सरकार जिन सात विधायकों के सहारे चली, उन्हें अपने पक्ष में करने के लिए बीजेपी ने कवायद शुरू कर दी है। बीजेपी चुनाव प्रबंध समिति के संयोजक एवं मंत्री भूपेंद्र सिंह के बीएसपी विधायक संजीव कुशवाहा, दिल्ली विधायक सुरेंद्र सिंह शेरा और नारायण त्रिपाठी की अलग-अलग बंद कमरे में मुलाकात के बाद सियासत तेज हुई है।
कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि बीजेपी की सक्रियता को देखते हुए पार्टी रिस्क नहीं लेना चाहती। सभी नेता अलर्ट मोड में आ गए हैं। सभी विधायकों को भोपाल पहुंचने का संदेश भेजा गया है। कमलनाथ चाहते हैं कि उपचुनाव के परिणाम आने के बाद भी सभी विधायक एकजुट रहें। यही वजह है कि सभी विधायकों को भोपाल बुलाया गया है और 11 नवंबर को शाम 6:00 बजे विधायक दल की बैठक बुलाई गई है।
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