- स्कूल संचालक बोले... सोच-विचार के बाद ही कक्षाएं शुरू की जाएंगी
सरकारी आदेश के बाद 10वीं और 12वीं की शुक्रवार से शुरू होने वाली नियमित कक्षाओं को लेकर शहर में दो तरह की स्थिति है। बड़े सीबीएसई स्कूलों ने तैयारी जरूर की है, लेकिन वे अभी नियमित कक्षाएं नहीं लगाएंगे। पालकों की सहमति, वर्तमान में चल रही प्री-बोर्ड परीक्षाओं और सीबीएसई गाइडलाइन के बाद ही वे कोई निर्णय लेंगे। जिन स्कूलों में छात्र मार्गदर्शन के लिए पहुंच रहे हैं, वे स्कूल जरूर नियमित कक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं। वहीं एमपी बोर्ड के लगभग सभी स्कूलों में शुक्रवार से 10वीं और 12वीं नियमित कक्षाएं लगेंगी।
स्कूल संचालक बोले... सोच-विचार के बाद ही कक्षाएं शुरू की जाएंगी
1. डेली कॉलेज के प्रिंसिपल नीरज बधौतिया का कहना है कि हमने स्कूल खोलने की पूरी तैयारी की
है। सैनिटाइजेशन सहित कोविड की सभी गाइडलाइन का पालन किया जा रहा है। पालकों की सहमति के बाद ही नियमित कक्षाएं लगाएंगे।
2. एमरल्ड हाइट्स के प्रिंसिपल सिद्धार्थ सिंह के अनुसार, हमारे स्कूल में बड़ी संख्या में बोर्डिंग के छात्र हैं। फिलहाल प्री-बोर्ड परीक्षाएं भी चल रही हैं। तुरंत स्कूल खोलने का निर्णय नहीं लिया है। जनवरी से नियमित कक्षाएं लगा सकते हैं।
3. डीपीएस के डायरेक्टर ऑपरेशन्स फैजल मीर खान के अनुसार फिलहाल विचार नहीं किया है। पालकों की सहमति के बाद ही स्कूल खोलेंगे। शिशुकुंज की संध्या भार्गव ने बताया, परीक्षाएं चल रही हैं, इसलिए 18 से नियमित कक्षाएं नहीं लगाएंगे।
4. एमपी बोर्ड प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के गोपाल सोनी ने बताया 10वीं और 12वीं की कक्षाएं तुरंत शुरू करनी हैं। एमपी बोर्ड के लगभग सभी स्कूल शुक्रवार से खुल रहे हैं। मार्च में परीक्षाएं होंगी। इसके लिए कोर्स पूरा करवाना भी जरूरी है।
पालकों की सहमति से बच्चों को बुलवाया जाएगा : सहोदय ग्रुप
स्कूल खोलने के विषय में गुरुवार को सहोदय की मीटिंग हुई। यही निर्णय हुआ हैै कि पालकों की सहमति से बच्चों को बुलवाया जाएगा। जल्द ही पैरेंट्स को पत्र भेजा जाएगा जिसमें उनसे लिखित सहमति मांगेंगे। शुक्रवार से कुछ स्कूल खुल रहे हैं। आने वाले दिनों में और भी संस्थान बच्चों को बुलवाएंगे।
- यूके झा, अध्यक्ष, सहोदय ग्रुप
जब कोर्ट व संसद भी बंद तो स्कूल खोलना क्यों जरूरी : पालक संघ
शहर में कोरोना संक्रमण लगातार बढ़ रहा है, ऐसे में स्कूल खोलना क्यों जरूरी है? ऑनलाइन एजुकेशन बंद करने की धमकी देकर सरकार से स्कूल खुलवाने के आदेश निकलवाए हैं ताकि पालकों पर फीस वसूली का दबाव बनाया जा सके। हम स्कूलों की मनमानी के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाएंगे।
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