- 6 कंपार्टमेंट में चल रहा है काम, मांडू-धामनोद वन परिक्षेत्र में जलवायु परिवर्तन को ध्यान में रखकर वन विभाग जंगलों को कर रहा हराभरा
मांडू वन परिक्षेत्र के अंतर्गत लगभग 16 हजार हेक्टेयर क्षेत्र की बंजर एवं कम घनत्व वाली भूमि पर 50 हजार पाैधे लगाए गए हैं। ग्रीन इंडिया मिशन के तहत वन क्षेत्र के 6 कंपार्टमेंट में काम किया जा रहा है। परिणाम यह है कि एक बार फिर मांडू-धामनोद वन परिक्षेत्र के जंगल मूल स्वरूप में लौटने लगे हैं। जलवायु परिवर्तन को ध्यान में रखकर वन विभाग द्वारा जंगल को हराभरा करने के लिए योजना पर काम किया जा रहा है।
यह है उद्देश्य: इन जंगलों को अलग-अलग उद्देश्याें की पूर्ति जैसे पाैधारोपण कर पर्यावरण का सुधार करना, मवेशियों के लिए ग्रासलैंड का विकास करना, पहाड़ों नदी-नालों एवं सड़क के किनारे शेल्टर बेल्ट पर पाैधारोपण करना, नगरीय क्षेत्रों के आसपास आमजन को वनों के जोड़ने के उद्देश्य से अर्बन एरिया और रोपण क्षेत्रों का विकास करना है। कई हरेभरे वृक्षों की प्रजातियों के साथ मांडव की औषधियों के पाैधाें को भी यहां लगाने की योजना वन विभाग बना रहा है।
योजना के अंतर्गत वनों, वनस्पतियों, वन्यप्राणियों, वनों के जल स्रोतों एवं वनों पर आश्रित समुदायों का विकास इस प्रकार किया जाना प्रस्तावित है, जिससे जलवायु परिवर्तन को ध्यान में वनाें का विकास किया जा सकेगा। ग्रीन इंडिया मिशन की पहल अब मांडव के जंगलों में धरातल पर देखने को मिल रही है।
राेजगार क्षमता का विकास हाेगा
वन्य क्षेत्रों के सुधार एवं विस्तार से वन्य क्षेत्रों के आसपास रहने वाले समुदायाें के लिए रोजगार क्षमता का विकास होगा। वन्य क्षेत्र का सुधार प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से फसलों के लिए लाभदायक हाेगा, वनों के कार्बन भंडार में वृद्धि होगी, जिससे हमारे वातावरण में ऑक्सीजन की मात्रा में वृद्धि होगी। जल संरक्षण के साथ ही मृदा अपरदन वाली भूमियों में सुधार हाे सकेगा।अभियान आगे भी जारी रखेंगे
अब मांडू में मिशन के तहत घने जंगल देखने को मिलेंगे। पर्यावरण को बढ़ावा देने के लिए यह प्रयास किए जा रहे हैं। उसी के तहत 6 कंपार्टमेंट क्षेत्र में 50 हजार पौधे लगाए गए हैं। अभियान आगे भी जारी रखा जाएगा।
आफताब खान, वन परिक्षेत्र अधिकारी मांडूनई याेजनाएं भी बना रहे हैं
वन संरक्षण को लेकर ग्रीन इंडिया मिशन में धार, धामनोद और मांडू के जंगलों को हराभरा बना रहे हैं। मांडू में पर्यटन से जुड़े वन क्षेत्र में कई योजना हम बना रहे हैं जो शासन एवं विभाग को भेज रहे हैं।
अक्षय राठौर, वनमंडलाधिकारी धार
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