- 31 दिसंबर की रात 12 बजे से ही लागू हो जाएगा नया नियम
1 जनवरी से देशभर के साथ ही इंदौर शहर से जुड़े चार महत्वपूर्ण टोल पर कैश लेन पूरी तरह खत्म हो जाएगी। ऐसे में देवास बायपास, मांगलिया, खलघाट रोड और बेटमा रोड वाले नेशनल हाईवे के टोल से कोई भी वाहन बिना फास्टैग के नहीं गुजर पाएगा। इसे लेकर टोल कंपनियों ने तैयारी पूरी कर ली है। कैशलेन को भी फास्टैग मशीन से लैस कर दिया है। इसके बाद अब नेशनल हाईवे के टोल पर पूरी तरह से टोल कलेक्शन कैशलेस हो जाएगा।
एनएचएआई के सभी टोल पर वर्तमान में एक लेन को कैश वाले वाहनों के लिए रखा गया था। टोल संचालकों का कहना है कि वर्तमान में सभी लेन पूरी तरह से फास्टैग से संचालित होने के लिए तैयार हैं। हाल ही में इसे लेकर एनएचएआई अफसरों के साथ बैठक भी हुई थी। उसमें सभी टोल कंपनियों से फास्टैग से ही टोल टैक्स कलेक्शन करने को लेकर निर्देश भी अफसरों ने दिए हैं। वर्तमान में शहर से जुड़े चारों टोल के कैशलेन से 20 से 35 प्रतिशत तक वाहन गुजर रहे हैं और लगभग इतना ही प्रतिशत टैक्स भी कैश में जमा हो रहा है। यह 1 जनवरी से फास्टैग के जरिए आने लगेगा।
कैशलेन में बगैर फास्टैग लगता है दोगुना टैक्स
वर्तमान के नियम के मुताबिक अगर कोई फास्टैग वाला वाहन कैशलेन से गुजरना चाहता है तो वह गुजर सकता है, लेकिन कैश लेन वाला वाहन फास्टैग वाली लेन से गुजरना चाहे तो उसे दोगुना टैक्स देना होता है। ऐसा इसलिए होता है, क्योंकि फास्टैग वाले लेन पर कैश कलेक्शन को बंद किया गया है। ऐसे में उक्त कैश वाले वाहन के लिए टोल कर्मचारी को कैश कलेक्ट करके रसीद देना होगी और इसमें समय लगता है।
कैशलेन से 20 से 35%तक वाहन अभी गुजर रहे
देवास बायपास टोल
कैशलेन से रोज जाने वाले वाहन 3000 (कुल वाहनों का 35%)
कैशलेन से प्रतिदिन टोल कलेक्शन 20% (टोटल कलेक्शन का)
मांगलिया टोल
कैशलेन से प्रतिदिन जाने वाले वाहन 5000 (कुल वाहनों का 40%)
कैशलेन से प्रतिदिन टोल कलेक्शन 45% (टोटल कलेक्शन का)
खलघाट टोल
कैशलेन से प्रतिदिन जाने वाले वाहन 17000 (कुल वाहनों का 33%)
कैशलेन से प्रतिदिन टोल कलेक्शन 22% (टोटल कलेक्शन का)
घाटा बिल्लौद टोल
कैशलेन से प्रतिदिन जाने वाले वाहन 5146 (कुल वाहनों का 36%)
कैशलेन से प्रतिदिन टोल कलेक्शन 35% (टोटल कलेक्शन का)
आज से 4 दिन हैं आपके पास... फास्टैग के बारे में सब जान लें
फास्टैग एक उपकरण होता है जो वाहन के सामने वाले कांच पर लगाया जाता है। इसमें रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (आरएफआईडी) लगा होता है। जैसे ही गाड़ी टोल प्लाजा के पास आती है तो टोल प्लाजा पर लगा सेंसर फास्टैग अकाउंट से टोल टैक्स काट लेता है। इस तरह आपके रुके बगैर ही पेमेंट हो जाता है। वाहन में लगा यह टैग आपके प्रीपेड खाते के सक्रिय होते ही अपना कार्य शुरू कर देगा। वहीं जब आपके फास्टैग अकाउंट की राशि खत्म हो जाएगी, तो आपको उसे फिर से रिचार्ज करवाना पड़ेगा।
यहां से ले सकते हैं फास्टैग
- भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की ओर से संचालित टोल प्लाजा से।
- एसबीआई, एचडीएफसी, आईसीआईसीआई, ऐक्सिस बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, सिटी यूनियन, एक्विटास, फिनो बैंक, आईडीएफसी फर्स्ट बैंक, इंडसइंड बैंक, कोटक महिंद्रा, पेटीएम पेमेंट बैंक, पीएमसी बैंक, सारस्वत कोऑपरेटिव, सिंडीकेट बैंक।
- पेटीएम, अमेजन डॉट कॉम से भी।
- इंडियन ऑइल कॉरपोरेशन, भारत पेट्रोलियम, हिन्दुस्तान पेट्रोलियम के पेट्रोल पंप।
- नेशनल हाईवे अथॉरिटी के माई फास्टैग एप।
यह दस्तावेज होना जरूरी है
- गाड़ी का रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट
- गाड़ी मालिक का पासपोर्ट साइज फोटो
- गाड़ी मालिक का आईडी प्रूफ, एड्रेस प्रूफ।
ऐसे करा सकते हैं रिचार्ज
फास्टैग को चेक या क्रेडिट-डेबिट कार्ड, एनईएफटी, आरटीजीएस के जरिए ऑनलाइन रिचार्ज करा सकते हैं। एक बार में कम से कम 100 रुपए और अधिकतम 1 लाख रुपए की राशि से फास्टैग कार्ड रिचार्ज कराया जा सकता है। सेविंग बैंक अकाउंट से भी फास्टैग को जोड़ सकते हैं।
हर बार आएगा एसएमएस
टोल पर फास्टैग का इस्तेमाल होते ही आपके सेविंग बैंक अकाउंट से राशि कट जाएगी। टोल प्लाजा पर फास्टैग इस्तेमाल पर हर बार आपको एसएमएस के जरिए अलर्ट आएगा। आपके फास्टैग अकाउंट में कम राशि होने पर भी एसएमएस अलर्ट भेजा जाएगा।
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