कोरोना संक्रमितों के आंकड़ों में लगातार वृद्धि हो रही है। मृतकों की संख्या में भी इजाफा है, लेकिन इसी बीच राहत वाली बात यह है कि ए-सिम्टोमेटिक मरीजों को 3 दिन में डिस्चार्ज करने और होम आइसोलेशन से ज्यादातर मरीजों के होने से अस्पतालों में 50 फीसदी बेड खाली हैं। शुक्रवार रात को 405 नए संक्रमित सामने आए। वहीं, 5 की जान भी गई।
कोरोना संक्रमण के बीच सरकारी व निजी अस्पतालों में 50 फीसदी बेड खाली हैं। शहर के 42 निजी अस्पतालों की आईसीयू में 488 बेड हैं। इनमें से 244 खाली हैं। यही स्थिति एचडीयू और ऑक्सीजन बेड की भी है। डॉक्टरों का कहना है जिस संख्या में मरीज सामने आ रहे हैं, उसी अनुपात में ए-सिम्टोमेटिक (बिना लक्षण वाले) मरीज भी हैं, जिनका घर में ही इलाज कर ठीक किया जा रहा है। भर्ती होने वाले ए-सिम्टोमेटिक मरीजों को भी तीन दिन में डिस्चार्ज किया जा रहा, जिसके बाद होम आइसोलेट मरीजों की संख्या बढ़ी है।
सरकारी कोविड अस्पतालों की आईसीयू में 223 बेड में से 117 खाली
जिला प्रशासन आदेश जारी कर चुका कि यदि पॉजिटिव रिपोर्ट होने के बाद भी मरीज में कोई लक्षण नहीं हों तो तीन दिन निगरानी के बाद डिस्चार्ज कर दिया जाए। शेष 14 दिन वे होम आइसोलेशन में रहेंगे। प्रशासन की इस प्रक्रिया से अस्पतालों में बेड के लिए मारामारी कम हो गई। फिलहाल शहर में कोरोना एक्टिव मरीजों की संख्या 4287 बताई जा रही। यदि अस्पताल में भर्ती मरीजों की बात करें तो यह संख्या 1441 है। यानी 2800 से ज्यादा संक्रमित मरीज होम आइसोलेट हैं। निजी अस्पतालों में एचडीयू बेड की क्षमता 645 है, जिनमें से 210 खाली हैं। इन अस्पतालों में ऑक्सीजन बेड की क्षमता 920 बेड हैं, जिनमें से 484 खाली हैं। सरकारी कोविड अस्पतालों में आईसीयू क्षमता 223 बेड की है जबकि 117 खाली हैं। यानी यहां दोनों श्रेणी के अस्पतालों में करीब 50 फीसदी बेड खाली हैं।
अब तक 6 लाख से ज्यादा का हुआ टेस्ट
शुक्रवार रात को 5012 मरीजों की टेस्ट रिपोर्ट आई। इसमें 405 नए संक्रमित मिले, जबकि 4579 मरीजों की रिपोर्ट निगेटिव आई। 27 मरीज रिपीट पॉजिटिव पाए गए। अब तक जिले में 6 लाख 3 हजार 952 मरीजों का टेस्ट हुआ। इनमें 51168 मरीज संक्रमित मिले, जिनमें से 46146 मरीज ठीक होकर घर लौट चुके हैं। हालांकि अभी भी जिले में 4188 एक्टिव मरीज हैं।
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