आईडीए की एक महिला कर्मचारी को 7 हजार रुपए की रिश्वत मांगने पर सीईओ ने सस्पेंड कर दिया। सीईओ विवेक श्रोत्रिय के मुताबिक, फोटोकॉपी ऑपरेटर पद पर पदस्थ सानिया शेख के खिलाफ भारती कौशिक ने शिकायत की थी कि उनके स्कीम 114 पार्ट टू में स्थित मकान का आवंटन नियमित किस्त न भरने से निरस्त हो गया था।
आवंटन पुनर्जीवित करने के लिए उन्होंने आवेदन फॉर्म लिया तो सानिया शेख ने कहा कि फॉर्म भरकर दे दो, लेकिन पूरी प्रक्रिया के लिए सुविधा शुल्क के 7 हजार रुपए देना होंगे। इससे आपका काम आसानी से हो जाएगा।
महिला ने उनकी बात न सुनते ही फॉर्म खुद ही एकल खिड़की पर जमा कर दिया। आवंटन तो मंजूर हो गया, लेकिन आगे की कागजी कार्रवाई अटक गई। इस पर वे फिर सानिया से मिलीं तो उसने कहा कि व्यर्थ के चक्कर लगाने से अच्छा मेरी बात मान लो और 7 हजार रुपए दे दो तो आगे की कार्रवाई हो जाएगी। वरना शंकुतला राठौर को बोलकर आपकी लीज डीड का नवीनीकरण नहीं होने दूंगी। यह शिकायत आने पर भू अर्जन अधिकारी नरेंद्रनाथ पांडेय को जांच सौंपी।
उन्होंने बयान व जांच के बाद सानिया के रुपए मांगने की पुष्टि की। इस पर सस्पेंड करने के आदेश कर दिए। बताते हैं कि दलालों की आवाजाही पर रोक लगने के बाद कर्मचारियों के पैसे मांगने की शिकायतें आने लगी हैं। आईडीए में हाल ही सस्पेंड हुई ये तीसरी महिलाकर्मी है। इससे पहले अन्य मामलों में दो और महिला कर्मचारी सस्पेंड हो चुकी हैं।
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