- स्वदेशी कोरोना वैक्सीन के तीसरे चरण के ट्रायल में नहीं आ रहे वॉलंटियर
- गांधी मेडिकल कॉलेज में भी होना है ट्रायल, लेकिन इसकी अनुमति अब तक नहीं मिली
जिस स्वदेशी कोरोना वैक्सीन का इंतजार देश कर रहा है, भोपाल में उसी वैक्सीन के ट्रायल में लोग रुचि नहीं ले रहे। राजधानी में आईसीएमआर और भारत बायोटेक की कोरोना टीका कोवैक्सीन के तीसरे चरण का ट्रायल चल रहा है, लेकिन बीते छह दिन में सिर्फ 45 वॉलंटियर्स को ही ट्रायल टीका लग सका है। जबकि उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में अब तक 856 वॉलंटियर्स टीका लगवा चुके हैं।
देश के 19 संस्थानों में इस टीके का ट्रायल चल रहा है और अलीगढ़ में टीके के प्रति सबसे ज्यादा लोगों ने तो भोपाल में सबसे कम लोगों ने रुचि दिखाई। आईसीएमआर सूत्रों के मुताबिक भोपाल में 2000 लोगों पर टीके का ट्रायल होना है, लेकिन यहां रफ्तार बहुत धीमी है। 19 में से ज्यादातर संस्थानों में वैक्सीन लगवाने वालों का आंकड़ा 500 से कम है, फिर भी वे भोपाल से आगे हैं। अलीगढ़ में 1000 टीके लगना है और अब तक 856 को टीका लगाया जा चुका है, यानी वहां ट्रायल अंतिम चरण में है। बता दें कि अलीगढ़ सहित ज्यादातर शहरों में 21 नवंबर से टीके का ट्रायल शुरू हो गया था।
ट्रायल शुरू होने से पहले 100 से ज्यादा रजिस्ट्रेशन थे, बाद में आधे बचे
भोपाल के एक प्राइवेट मेडिकल कॉलेज में 27 नवंबर से वॉलंटियर्स को टीके लगने शुरू हुए थे। सूत्रों के मुताबिक तब तक 100 से ज्यादा लोग टीके के लिए रजिस्ट्रेशन करा चुके थे, लेकिन ट्रायल शुरू होने के बाद अब तक सिर्फ 45 लोग ही टीका लगवाने पहुंचे।
देश में अब तक.... कहां-कितनों को लग चुका टीका
4 संस्थानों की अनुमति लंबित
क्लीनिकल ट्रायल रजिस्ट्री ऑफ इंडिया के रिकाॅर्ड के मुताबिक कोवैक्सीन के तीसरे चरण का ट्रायल देश के 24 संस्थानों में होना है। इनमें से 4 संस्थानों (गांधी मेडिकल कॉलेज भोपाल, गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल असम, बाबा राघवदास मेडिकल कॉलेज गोरखपुर, किंग जार्ज हॉस्पिटल विशाखापट्टनम) में ट्रायल शुरू करने की अनुमति भारत बायोटेक इंटरनेशनल के पास लंबित है।
0 टिप्पणियाँ