अस्सी के दशक में जब फिल्म बिरादरी फिटनेस को लेकर बहुत ज्यादा जागरूक नहीं थी, उस दौर में भी रेखा रोज सुबह जल्दी उठकर बांद्रा के बैंडस्टैंड पर मॉर्निंग वॉक के लिए जातीं। हर दिन एक निश्चित जगह पर जाने के बाद एक लड़का उनका रोजाना पीछा करता। ऐसा कई सप्ताह तक चलता रहा। रेखा को इस बात से थोड़ी चिंता हुई और आखिर एक दिन उन्होंने उस लड़के के बारे में जानने का निश्चय किया। हालांकि उन्हें यह जानकर थोड़ी राहत मिली कि वह लड़का कोई और नहीं, सलीम खान का बेटा सलमान खान है।
रेखा को तब और भी आश्चर्य हुआ जब उन्हें उस लड़के से यह कहकर मिलवाया गया कि 'बीवी हो तो ऐसी' मूवी में वह फारूख शेख के छोटे भाई का किरदार निभा रहा है। इस फिल्म में रेखा और सलमान के कुछ दृश्य साथ-साथ थे, लेकिन न तो शॉट के पहले और न ही बाद में दोनों के बीच कोई बातचीत हुई।
सालों बाद सलमान सुपरस्टार बन गए, जबकि रेखा की गिनती क्लासिक अभिनेत्री के तौर पर होने लगी। कई अवसरों और कई प्लेटफॉर्म पर दोनों की अनेक बार मुलाकातें हुईं, लेकिन सलमान द्वारा रेखा का पीछा किए जाने की बात की चर्चा कभी नहीं हुई। पर हाल ही में जब बिग बॉस के सेट पर रेखा को आमंत्रित किया गया तो सलमान ने इस घटना का जिक्र करते हुए कहा कि कभी उन्हें इस वरिष्ठ अभिनेत्री से 'क्रश' था। इस बात पर रेखा और सलमान के साथ ही दर्शकों ने भी जमकर ठहाके लगाए। मैं इस किस्से को इसलिए याद कर रही हूं क्योंकि सलमान की शख्सियत इतनी अलहदा है कि जो भी इनसे जुड़ता है, उसकी कई खास यादगारें बन जाती हैं।
सलमान के साथ मेरी खास यादें 90 के दशक से जुड़ी हैं, जब वे फिल्म 'हम आपके हैं कौन' की भारी सफलता के सातवें आसमान पर थे। उनकी प्रेमिकाओं के अनेक किस्से रह-रहकर चर्चा में रहे। मीडिया के साथ भी उनका बचकाना बर्ताव विवादों में रहा। ऐसा ही एक किस्सा है कि एक युवा पत्रकार के सवाल से नाराज होकर सलमान खान ने उस पत्रकार के सिर पर कोल्ड ड्रिंक की पूरी बॉटल ही उढ़ेल दी थी। इस घटना के बाद कोई भी पत्रकार/फोटोग्राफर सलमान खान से मिलना नहीं चाहता था। सलमान ने भी इसकी परवाह नहीं की।
इसी दौरान मुझे सलमान खान पर एक कवर स्टोरी करने के लिए उनके घर जाना था। मेरे सेकेट्री ने मुझसे कहा कि अगर मैं कुछ घंटों में उनके घर से वापस नहीं लौटती हूं तो वह पुलिस को रिपोर्ट कर देगा। जब मैं दोपहर में उनके घर पर पहुंची तो उनका परिवार लंच लेने की तैयारी कर रहा था। सलमान ने मुझसे भी लंच लेने का आग्रह किया। डाइनिंग टेबल पर और खाने के बाद भी वहां बहुत ही सुखद माहौल था। सलमान मुझे अपनी बॉलकनी में ले गए जहां हमने काफी लंबी चर्चा की। चर्चा के दौरान उन्होंने ममता कुलकर्णी, शाहरुख खान और अन्य के बारे में कई किस्से सुनाए। उनके साथ बातचीत करने पर यह भी पता चला कि वे किस्सागोई की कला में कितने माहिर हैं। उनके साथ बात करते-करते शाम हो गई। मेरे ऑफिस से भी फोन आ गया यह जानने के लिए कि मैं सुरक्षित तो हूं! जब वापसी का वक्त आया तो सलमान मुझे कार तक छोड़ने आए। मैं उन्हें 'बहुत ही सुंदर नौजवान' कहने से खुद को रोक न सकी। यह सुनकर सलमान ने आश्चर्य से कहा, 'मुझे लगता है कि संजय दत्त बहुत ही हैंडसम है। मैं तो ओके-ओके हूं।'
पार्टनर की शूटिंग के दौरान सलमान ने गोविंदा को मर्सडीज़ कार उपहार मंे दे दी। इस बात से मैं इतनी प्रभावित हुई कि एक शाम मैंने एक खिलौने की दुकान से एक कार ली और उसमें चॉकलेट्स भरकर उसे उपहार वाली पन्नी में लपेटकर सलमान के घर इस नोट के साथ भिजवा दी : 'मर्सडीज़ उपहार में देने वाले आप अकेले नहीं हैं!' खैर मजाक के इतर सच तो यही है कि सलमान जैसा कोई नहीं हो सकता। इसीलिए वे खास हैं। हैप्पी बर्थ डे सलमान!
(लेखिका जानी-मानी फिल्म समीक्षक और फिल्म इतिहासकार हैं।)
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