मिली जानकारी अनुसार प्लानिंग के तहत हत्या के बाद बेटी और उसका प्रेमी डीजे बाइक से इंदौर से रतलाम के रास्ते राजस्थान भाग निलके। उन्होंने अपना मोबाइल बंद कर रखा था। हालांकि बीच रास्ते में शाम करीब 4 बजे प्रेमी ने अपना मोबाइल ऑन कर लिया। लगातार मोबाइल ट्रैस कर रही साइबर सेल को मोबाइल ऑन करते ही इनके लोकेशन का पता चल गया। उन्होंने तत्काल रतलाम पुलिस को फोटो भेजकर एक्टिव कर दिया। इसके बाद एक टीम भी इसी रास्ते पर रवाना हो गई। जैसे ही रात को दोनों पकड़ाए। इंदौर पुलिस इन्हें लेकर इंदौर के लिए रवाना हो गई।
देर रात आलाधिकारी भी एरोड्रम थाने पहुंचे
मृतक की बेटी और उसके प्रेमी के गिरफ्त में आते ही देर रात आला अधिकारी उनसे पूछताछ के लिए थाने पहुंचे। बताया जा रहा है कि उन्होंने वारदात करना कबूल ली है। हत्या क्यों की यह तो पुलिस ने स्पष्ट नहीं किया, लेकिन बताया जा रहा है कि परिवार का डीजे से नहीं मिलने देना और हाल ही में दोनों को मार पड़ना ही गुस्से का कारण था। पुलिस ने उसने हत्या की प्लानिंग की के बारे में भी जानकारी हासिल की।
हत्या के बाद प्रेमी के कहने पर लिखा लेटर
पता चला है कि जिस लेटर के जरिए बेटी ने पिता पर गंभीर आरोप आरोप लगाए थे। वह लेटर हत्या के बाद लिखा गया था। बेटी ने ऐसा प्रेमी के कहने पर किया था। पुलिस को लेटर मिलने के साथ ही इस बात का शक हो गया था कि यह लेटर केस को गुमराह करने के लिए लिखा गया है। इसलिए उसने शुरू से ही इस बात को फर्जी बताया था।
पहले मां को मारा, फिर पिता की हत्या की
सूत्रों के अनुसार प्लानिंग पहले की कर ली गई थी। रात में जब भाई दादा के यहां सोने गया, इसके बाद ही बेटी ने प्रेमी को एक्टिव कर दिया था। इनकी लगातार फोन के जरिए चेटिंग होती रही। सुबह प्रेमी को बुलाने के साथ ही बेटी कुत्ते को लेकर बाहर निकल गई और इसी दौरान प्रेमी भीतर घुस गया। प्रेमी के भीतर जाते ही बेटी ने कुत्ते को गेट पर बांधा और भीतर चली गई। इसके बाद इन्होंने पहले पत्नी का मुंह दबाया और हत्या कर। पत्नी आवाज सुन गहरी नींद में सो रहे पिता की आंख खुली तो डीजे ने उन पर भी हमला कर दिया। चिल्लाने की आवाज होने पर बात को मैनेज करने के लिए बेटी दौड़कर बाहर आई और कुत्ते गेट के सामने ही लेकर टहलने लगी। इस दाैरान बाहर आए पड़ोसियों ने चिल्लाने का कारण पूछा तो बेटी ने कह दिया दोनों लड़ रहे हैं। हत्या करने के बाद डीजे का इशारा पाते ही बेटी भीतर गई फिर दोनों वहां से भाग निकले।
एक लाख रुपए और कुछ कपड़े लेकर भागे
मां बाप को मारने के बाद बेटी अपने प्रेमी के साथ दो पहिया वाहन से यहां से रवाना हो गई। जाते-जाते उसने कुछ कपड़े और रुपए भी रख लिए। बताया जा रहा है कि पकड़ में आए दाेनों आरोपियों के पास से पुलिस को करीब एक लाख रुपए मिले हैं। पकड़ में आने के बाद पुलिस ने घटना के रिवाइज किया तो यह बात पुख्ता हो गई कि इन्होंने पहले मां को मारा था। क्योंकि घटना में जहां पुलिस को एक शव पलंग पर और एक जमीन पर पड़ा हुआ मिला था।
यह है मामला
रुक्मणि नगर में रहने वाले एसएएफ के ड्राइवर ज्योति प्रसाद शर्मा और उनकी पत्नी नीलम की गुरुवार सुबह रक्तरंजित लाश कमरे में पड़ी मिली थी। ज्योति के सिर पर दो दर्जन से ज्यादा वार किए गए थे। बचने के लिए उन्होंने तीन बार हाथ बढ़ाया, लेकिन आरोपी ने तीनों बार उनका हाथ काटा। उनकी पत्नी के सिर पर भी 10 से ज्यादा वार किए गए थे, जिससे दोनों की मौके पर मौत हो गई। शार्ट पीएम रिपोर्ट के अनुसार उन पर बक्के, दरातें या तल वार जैसे किसी भारी हथियार से वार किया था। घाव देख लग रहा है कि आरोपी लगातार वार करता रहा, जिससे वे बच नहीं पाए। पोस्टमॉर्टम के दौरान पता चला है कि दंपति को बेरहमी से मारा गया था।
डीजे से राेज मिलती थी
मोहल्ले के युवाओं ने बताया कि गली में ही रोहित यति नामक युवक रहता है। डीजे वहीं आता था। इसी दौरान मृतक की नाबालिग बेटी से उसका अफेयर शुरू हुआ। इसकी जानकारी पिता को लगी तो उन्होंने बेटी पर बंदिशें लगाई, लेकिन वह नहीं मानती थी। वह रोजाना डीजे से संपर्क में रहती थी। वह भले ही ऑटो से स्कूल जाती थी, लेकिन पिता कोचिंग छोड़ने जाते थे। पता चला है कि दो दिन पहले भी उन्होंने बेटी और डीजे को पकड़ा था। विवाद हुआ और डीजे ने देख लेने की बात कही थी।
बेटे ने देखा था सबसे पहले घटना
बेटे रिषभ ने बताया था कि मैं रोज की तरह दादी के घर सो रहा था। पता चला कि मां का दरवाजा नहीं खुला है। मैं बाहर से आया। देखा कि अंदर के दरवाजे पर ताला लगा है। खिड़की से झांका तो देखा कि पापा नीचे और मम्मी पलंग पर पड़े हैं। दोनों के शव चद्दर से लिपटे हैं और सिर में खून निकल रहा है। मुझे कुछ नहीं सूजा। मैंने बाहर जाकर पत्थर उठाया और ताला तोड़ दिया। फिर चाचा को फोन लगाया। फिर पड़ोसी आए और किराएदार ने पुलिस को फोन लगाया।
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