अपर कलेक्टर श्री मयंक अग्रवाल की अध्यक्षता में बाल श्रमिकों के संबंध कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में बैठक आयोजित की गई। इस अवसर पर उन्होंने श्रम, सामाजिक न्याय, महिला एवं बाल विकास विभाग, पुलिस, शिक्षा और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे दल गठित कर बाल श्रमिकों पर सतत निगरानी रखें, जिससे बल श्रम पर प्रभावी रोक लगाई जा सके। इस मामले में किसी भी तरह की कोताही बर्दास्त नहीं की जायेगी। उन्होंने कहा कि बाल भीक्षवृत्ति पर भी नियंत्रण जरूरी है। एक निश्चित दिन के बजाये सप्ताह के सातों दिन पुलिस के साथ दौरा, निरीक्षण और कार्यवाही जरूरी है। संबंधित सभी विभागों का दायित्व है कि बाल श्रम, बाल भीक्षावृत्ति और बाल अपराध पर अंकुश लगायें। धर-पकड़ बहुत जरूरी है। इन बाल श्रमिकों को शिक्षा विभाग द्वारा स्कूल में एडमिश्न देकर होस्टल में पूनर्वास किया जा सकता है। बाल श्रमिक फ्रेक्ट्री, शादी, ब्याह, चाय की दुकान में मिल सकते हैं।
इस अवसर पर सहायक श्रम आयुक्त श्री आशीष पालीवाल, जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी सी.एल. पासी आदि मौजूद थे।
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