प्रतीकात्मक फोटो
- 44 हजार यूजी छात्र शामिल हुए थे ओपन बुक परीक्षा में
- 11 हजार पीजी छात्रों ने दी थी पीजी की ओपन बुक एग्जाम
- 1 लाख 45 हजार छात्रों को मिला जनरल प्रमोशन
देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी और कॉलेजों की बड़ी चूक के चलते 1100 से ज्यादा छात्रों का भविष्य अधर में पड़ गया है। इस चूक के कारण पिछले दिनों हुए ओपन बुक एग्जाम और जनरल प्रमोशन के रिजल्ट में मेरिट में आने वाले 20 सहित 1100 छात्र फेल कर दिए गए। फेल भी किसी विषय में कम अंक आने के कारण नहीं, बल्कि अनुपस्थित बताकर किया गया। अब ये छात्र कोर्ट जाने की तैयारी कर रहे हैं।
यूनिवर्सिटी ने कोरोना संकट के चलते बीकॉम, बीए और बीएससी अंतिम वर्ष, एमकॉम, एमए और एमएससी अंतिम सेमेस्टर की ओपन बुक परीक्षा ली थी। संभाग में इसकी कॉपी जमा करने के लिए हर जिले में सरकारी कॉलेजों को सेंटर बनाया गया था, लेकिन रिजल्ट घोषित होने के समय पर भी सेंटर से इन छात्रों की कॉपियां यूनिवर्सिटी नहीं पंहुची। कुछ छात्रों ने डाक से कॉपी भेजी, वह भी लेट मिली। इसी कारण 450 छात्रों के रिजल्ट में उन्हें अनुपस्थित बताकर फेल कर दिया गया।
फेल होने वालों में 20 टॉपर छात्र भी
इधर बीकॉम, बीए और बीएससी प्रथम व दूसरे वर्ष तथा एमकॉम, एमए, एमएससी जैसे कोर्स में दूसरे सेमेस्टर के साथ बीबीए-बीसीए में दूसरे-चौथे सेमेस्टर के एग्जाम में जनरल प्रमोशन दिया गया। इसके लिए यूनिवर्सिटी ने कॉलेजों के माध्यम से छात्रों के प्रोजेक्ट, सीसीई या असाइनमेंट के आधार पर अंक मंगाए थे, लेकिन 300 छात्रों के अंक कॉलेज भेजना भूल गए या देरी से भेजे, जबकि 350 से ज्यादा छात्रों ने खुद ही असाइनमेंट जमा नहीं किए। नतीजा यह रहा कि ओपन बुक और जनरल प्रमोशन के 1100 से ज्यादा छात्रों को अनुपस्थित बताकर फेल कर दिया गया। इनमें अलग- अलग कॉलेजों के 20 टॉपर भी हैं। चूंकि रिव्यू का विकल्प नहीं था,इसी कारण छात्रों को दूसरा मौका ही नहीं मिल सका।
इधर, असाइनमेंट से मूल्यांकन, मेरिट वाले पिछड़े
जनरल प्रमोशन में असाइनमेंट को आधार बनाया और परीक्षा नहीं हुई। इसी कारण मेरिट में आने वाले ढाई सौ से ज्यादा छात्र पिछड़ गए, जबकि कमजोर छात्रों को बेहतर अंक मिल गए।
अब सरकार से आस
चूंकि नियम यह था कि जनरल प्रमोशन में किसी को फेल नहीं किया जाना है, इसीलिए उनसे अब भी असाइनमेंट लिया जा सकता है। हालांकि शासन की अनुमति लेना होगी।
देर से जमा की कॉपी
पूरे मामले में छात्रों की भी चूक सामने आई। कई ने जनरल प्रमोशन को सीधे पास होना मान लिया और असाइनमेंट जमा ही नहीं कराया, जबकि ओपन बुक एग्जाम में समय निकल जाने के बाद कुछ छात्रों ने कॉलेज को कॉपियां दीं, इसी कारण वे अनुपस्थित बताए गए।
डॉ. अशेष तिवारी परीक्षा नियंत्रक
कॉलेजों से कॉपी, असाइनमेंट अंक समय पर आए ही नहीं
1100 छात्र फेल हो गए, किसकी चूक? -कई कॉलेजों से कॉपियां, असाइनमेंट अंक समय पर नहीं आए या आए ही नहीं। कुछ छात्रों ने जमा ही नहीं किए।
यूनिवर्सिटी ने एक मौका और क्यों नहीं दिया? - समय बहुत कम था, पहले ही कोरोना में लेट हुए।
अब इन छात्रों का क्या होगा? - शासन को लिख रहे हैं, जो भी निर्देश आएंगे, पालन करेंगे।
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