इंदौर 12 दिसम्बर 2020
इंदौर हुई असामयिक बरसात एवं भविष्य में बरसात (मावठा) की संभावना को देखते हुए मावठे से उद्यानिकी फसलों को नुकसान से बचाव हेतु उद्यानिकी विभाग द्वारा किसानों से सावधानियां बरतने हेतु सुझाव दिये गये हैं।
उप संचालक उद्यानिकी श्री टी.सी. वास्केल ने किसानों से अपील की है कि खेतों में पानी के निकास हेतु उपयुक्त नाली बनाई जाये, जिससे असामयिक बारिश के पानी से फसलों को नुकसान न पहुंच सके। बारिश पश्चात थायो यूरिया की 500 ग्राम मात्रा का एक हजार लीटर में घोल बनाकर 15-15 दिनों के अन्तराल पर छिड़काव करें। 8 से 10 किग्रा सल्फर पावडर का प्रति एकड़ बुरकाव करें। घुलनशील सल्फर तीन लीटर पानी में घोल पानी में छिड़काव करना पाले के विरुद्ध कारगर पाया गया, यह कार्य बारिश रुकने के पश्चात किया जाये।
उप संचालक उद्यानिकी श्री टी.सी. वास्केल ने किसानों से यह भी अपील की है कि रात्रि में विशेषकर तीसरे और चौथे पहर में खेत की मेड़ों पर कचरा तथा खरपतवार जलाकर धुआं करें, जिससे धुएं की परत फसलों पर आच्छादित हो जायेगी, जिससे तापमान के असर को नियंत्रित कर फसलों को बारिश अथवा पाले से सुरक्षित रखा जा सकता है।
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