नाग दीपावली पर शनिवार को सुदामा नगर स्थित कालेश्वर धाम में मंत्र ध्वनि गूंज रही थी। दर्शनार्थियों का तांता लगा रहा। जयघोष के बीच धाम में 21 साल से रजत मूर्ति के रूप में विराजित नागदेवता को नवीन सिंहासन पर विराजित किया गया। सिंहासन पर नागलोक की आकृतियां उकेरी गईं।
इस मौके पर धाम में आकर्षक पुष्प व विद्युत सज्जा की गई। धाम के संस्थापक ने बताया नाग को पाताललोक का स्वामी माना जाता है। नाग दीपावली पर उनके पूजन का विशेष महत्व है। घरों में रंगोली बनाकर दीप जलाने का विशेष महत्व है। नागदेवता के पूजन से जीवन में आई समस्याओं का समाधान होता है। कालसर्प दोष का निवारण होता है। कालेश्वर धाम में नाग दीपावली पर विधि-विधान से अनुष्ठान किया गया।
दर्शनार्थियों ने मास्क पहना, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भी किया
कालेश्वर धाम में उमड़े भक्तों से कोविड गाइडलाइन का पालन करवाया गया। सभी ने मास्क लगाकर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर आराध्य के दर्शन किए। दर्शन का आॅनलाइन प्रसारण सोशल मीडिया पर किया गया।
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