इंदैर 19 दिसम्बर 2020
पूर्व मंत्री एवं विधायक श्री तुलसीराम सिलावट ने आज कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में महात्मा गाँधी ग्राम सेवा केन्द्र का शुभारंभ किया। जिले के सभी ग्राम पंचायतों में ये केन्द्र काम करेंगे। इसमें से 108 केन्द्रों की शुरूआत पहले से ही हो चुकी है। इस अवसर पर श्री सिलावट ने कहा कि ग्राम सेवा केन्द्र महात्मा गाँधी के सपनों को साकार करेंगे। इससे ग्राम पंचायतें आत्मनिर्भर होंगी। इन्टरनेट के इस युग में ग्रामीणों को भी इन्टरनेट का भरपूर लाभ मिलेगा।
ग्राम सेवा केन्द्र द्वारा दी जाने वाली आधुनिक सेवाएं
ई-कॉमर्स सेवायें, ई-कॉमर्स वितरण सेंटर, ग्राम सेवा केन्द्र, ब्लड सेम्पल कलेक्शन सेंटर ऐण्ड डायग्नोस्टिक सर्विसेस, ई हेल्थ कियोस्क सेवाएं, हेल्थ ऐण्ड चाइल्ड केयर सर्विस, टेली हेल्थ सर्विसेस प्रीव्हेटीव हेल्थ एजुकेशन, विभिन्न सर्वेक्षण, लेबर सर्वेक्षण, पशु सर्वेक्षण इत्यादि, कृषि एवं फार्म ट्रेकिंग सेवाएं, ग्रामीण गृहस्थ एकत्रीकरण सेवाऐं जैसे-प्लम्बर, कारपेंटर, लेबर, इलेक्ट्रीशियन, ड्राइवर, ट्रांसपोर्ट एकत्रीकरण इत्यादि सेवाऐं ग्राम सेवा केन्द्र पर मिलेंगी।
महात्मा गाँधी ग्राम सेवा केन्द्र से ग्राम पंचायतों को होने वाले लाभ
सभी विभागों के डाटाबेस ऑनलाइन होने से आमजनों की पहुंच हो सकेगी, पेपरलेस ग्राम पंचायतें होंगी। ग्राम पंचायत स्तर पर सशक्त कार्यालयीन कार्य संस्कृति बनेगी। स्थानीय स्तर पर सिंगल विंडो, सर्विस डिलेवरी होगी। ग्राम पंचायत को विलेज लेवल इंजीनियर के रूप में अतिरिक्त तकनीकी प्रशिक्षित मानव संसाधन की उपलब्धता होगी। ग्राम पंचायत को सेवा प्रदाय के बदले प्राप्त शुल्क से ग्राम पंचायतों की आय में वृद्धि होगी, अर्थात पंचायतें आर्थिक रूप से सशक्त बनेगी। ग्राम पंचायत स्तर पर करारोपण एवं कर संग्रहण हेतु मजबूत तंत्र विकसित होगा, जिससे आगन्तुकों के विजिट दौरान ग्राम पंचायतों में विभिन्न प्रकार भौतिक/तकनीकी संसाधनों की संपन्नता होगी। महात्मा गाँधी ग्राम सेवा केन्द्र द्वारा विभाग की अन्य योजनायें जैसे स्वच्छ भारत मिशन, शौचालयों की जियोटैगिंग, वृक्षारोपण साइट का जियोटैगिंग, ग्रामीण आवास का जियोटैगिंग, ग्राम पंचायत विकास योजना इत्यादि के कार्यों की मॉनीटरिंग एवं ट्रांसपेरेसी उपलब्ध होगी। केन्द्र के माध्यम से विभिन्न करों की वसूली सख्ती से हो सकेगी। अन्य राज्यों में जहां महात्मा गाँधी ग्राम सेवा केन्द्र खोले गये हैं, वहां पर करारोपण के एवज में 90 प्रतिशत तक करों का संग्रहण हुआ है। कर संग्रहण से ग्रामवासियों को नैतिक जिम्मेदारी भी सुनिश्चित हो सकेगी, जिससे पंचायतें स्वयं के साधन से सशक्त बनेगी, जो कि पंचायती राज अधिनियम का मुख्य उद्देश्य है। मध्यप्रदेश में लगभग 22 हजार 812 लोगों को स्व-रोजगार प्राप्त हो सकेगा। केन्द्र के माध्यम से डिजिटल पैमेंट एवं वित्तीय समावेशन ग्राम पंचायत स्तर पर संभव हो सकेगा। ग्राम पंचायत से जनपद एवं जिला स्तर पर रिपोर्टिंग सिस्टम में सुधार हो सकेगा। ई-हेल्थ कियोस्क सेवा के तहत ग्रामीण नागरिकों को ग्राम पंचायत सेवा केन्द्र द्वारा खून की जाँच हेतु ब्लड कलेक्शन और इलाज हेतु ऑनलाइन चिकित्सक की सुविधा प्राप्त होगी। ई-कॉमन मार्केटिंग प्लस सेवाओं के तहत ग्रामीण नागरिकों को ग्राम पंचायत सेवा केन्द्र द्वारा अपने कृषि उत्पादों और वनोपज की ऑनलाइन खरीदी-बिक्री किया जा सकता है। कुशल श्रमिक सेवाओं के तहत ग्रामीण नागरिकों को केन्द्रं द्वारा कुशल श्रमिक सेवाएं जैसे - बढ़ाई, मिस्त्री, इलेक्ट्रीशियन, घरेलू उपकरण सुधारक आदि उचित दर पर प्राप्त हो सकेगा।
इस अवसर पर सीईओ जिला पंचायत श्री हिमांशु चन्द्र, एडिशनल सीईओ जिला पंचायत श्रीमती मधुलिका शुक्ला, महात्मा गाँधी ग्राम सेवा केन्द्र के संयोजक श्री दिनेश जोशी, स्टेट हेड श्री सौरव मिश्रा, मानव संसाधन प्रमुख श्री मनीष यादव, संभागीय प्रशिक्षक इंदौर जोन श्री फैजल अहमद आदि मौजूद थे।
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