नगर निगम के पाँच सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट चालू-
इंदौर नगर में 15 हजार से अधिक लगाये गये रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम
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प्रदूषण फैलाने वाले उद्योगों का कटेगा विद्युत कनेक्शन--
अपर कलेक्टर श्री मयंक अग्रवाल की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में खान नदी शुद्धिकरण हेतु बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में प्रदूषण नियंत्रण मण्डल, जल संसाधन, नगर निगम, लोक निर्माण विभाग के अधिकारी मौजूद थे। इस बैठक में खान नदी शुद्धिकरण कार्ययोजना, उसके किनारे से अतिक्रमण हटाने, सीमांकन करने, वन विभाग द्वारा नदी के फ्लड जोन दोनों और वृक्षारोपण करने, खान नदी के फ्लड जोन के नोटिफिकेशन के संबंध में जल संसाधन विभाग द्वारा की गई कार्रवाई की बिन्दुवार समीक्षा की गई।
बैठक में प्रदूषण नियंत्रण मण्डल के क्षेत्रीय प्रबंधक श्री आर.के. गुप्ता ने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा खान नदी के शुद्धिकरण का काम तेजी से चल रहा है। खान नदी छ: महीने में शुद्ध हो जायेगी। नगर निगम द्वारा राष्ट्रीय हरित अभिकरण (एनजीटी) के निर्देशानुसार खान नदी के किनारे सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट लगाये जा रहे हैं। वर्तमान में पाँच सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का काम पूरा हो चुका है। शेष में काम चल रहा है। नगर निगम इंदौर द्वारा इस्टर्न और वेस्टर्न सेंट्रल सीवर लाइन डाल दी गई है। इसे पूर्णरूपेण चार्जिंग किया जाना है, ताकि सीवर लाइन के माध्यम से जल-मल सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट तक पहुंचा जा सके। खान नदी में इसका निस्त्राव न हो, अत: प्रायवरी सीवर लाइनों में जो अवरोध है तथा जिसके कारण सीवर निर्बाध गति से नहीं बह रहा है, उसके सुधार हेतु कार्य प्रगति पर हैं।
बैठक में बताया गया कि जेएनएनयूआर के अन्तर्गत शहर में बिछाई गई सीवरेज लाइन में केवल डिफरेंस एवं अन्य कारणों से लाइनों में प्रॉपर फ्लो नहीं होने से इनके संधारण कार्य किये जा रहे हैं। ईस्ट झोन के अन्तर्गत तीन स्थानों पर कार्य पूर्ण हो चुका है अर्थात 70 कार्य पूर्ण कर लिया गया है, शेष कार्य प्रगति पर है। नवलखा चौराहे से निरंजनपुर चौराहे तक 6 स्थानों पर संधारण कार्य कर लिया गया है, सीवरेज लाइनों में फ्लो प्रॉपर हो रहा है। विजय नगर चौराहा, सत्यसांई चौराहा एवं पटेल मोटर्स के समीप लाइन का संधारण कार्य प्रगति पर है। सेंट्रल झोन के अन्तर्गत सरवटे बस स्टैण्ड से रेलवे स्टेशन तक कार्य पूर्ण कर लिया गया है।
बैठक में ग्राउंड वाटर प्रदूषण नियंत्रण के संबंध में नगर निगम द्वारा जानकारी दी गई कि निर्देशानुसार नगर निगम सीमा में ऐसे ट्यूबवेल/हैण्डपंप जिनका जल पीने योग्य नहीं है, इन सभी ट्यूबवेल/हैण्डपंपो में “जल पीने योग्य नहीं” की पट्टिका लगाई गई है। जल शक्ति मिशन के तहत रैन वाटर हार्वेस्टिंग के लिए 15 हजार 961 भवनों, संस्थानों और गार्डन में रैन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाये गये हैं।
बैठक के प्रारंभ में मप्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी श्री आरके गुप्ता ने खान नदी में अब तक किये गए कार्यों के बारे अपर कलेक्टर को अवगत कराया। बैठक में एमडी एकेवीएन श्री रोहन सक्सेना ने बताया कि शहर में सी एंड डी वेस्ट के 5 कलेक्शन सेंटर्स बन चुके है तथा इस कार्य के लिए प्राइवेट संस्था को भी शामिल किया जा रहा है।
नगर निगम के कार्यपालन यंत्री श्री सुनील गुप्ता ने बताया कि शहर में बन रहे एसटीपी का कार्य लगभग पूर्ण हो चुका है और जल्द ही यह पूर्ण क्षमता से संचालित होंगे।
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के श्री गुप्ता ने बताया कि खान नदी के आसपास लगभग 59 बोरवेल संक्रमित है जिनका जल पीने योग्य नहीं है।
खान नदी के आसपास अतिक्रमण के विषय में नगर निगम ने बताया कि साउथ तोड़ा में अतिक्रमण हटाया गया है। अपर कलेक्टर ने निर्देश दिए कि उक्त कार्य तय सीमा में पूर्ण कर जानकारी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को प्रेषित की जाये। फ्लड प्लेन ज़ोन नोटिफिकेशन के लिए जल संसाधन विभाग को निर्देश दिए गए।
खान नदी में औद्योगिक प्रदूषण रोकने हेतु प्रदूषणकारी उद्योगों के विद्युत विच्छेदन के लिए मप्र विद्युत वितरण कम्पनी को निर्देश दिए गए, जिसमें कम्पनी में बताया कि यह कार्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की संयुक्त कार्यवाही से तय सीमा में संभव है; इसपर अपर कलेक्टर ने मप्र विद्युत वितरण कम्पनी तथा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की एक समिति बनाने के निर्देश दिए गये जो उक्त कार्य तय सीमा में करेगी।
बैठक में डीएफओ सुश्री किरण बिसेन, नगरीय प्रशासन विभाग, टाउन ऐन्ड कंट्री प्लानिंग, पीएचई तथा कृषि विभाग, के अधिकारी, मप्र प्रदूषण निंयत्रण बोर्ड के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. दिलीप वाघेला एवं कार्यपालन यंत्री श्री के.पी. सोनी उपस्थित थे।
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