इंदौर 12 दिसम्बर 2020
आत्मनिर्भर भारत योजना अन्तर्गत कृषि अधोसंरचना कोष एवं नाबार्ड की विशेष पुनर्वित्त योजनान्तर्गत पैक्स समितियों को बहुसेवा केन्द्र के रूप में स्थापित करने एवं इस योजना से जुड़ने वाले जिले के किसानों को प्रशिक्षित किए जाने हेतु कलेक्टर श्री मनीष सिंह की अध्यक्षता में ब्रिलियन्ट कन्वेन्शन सेन्टर में गत दिवस आईपीसी बैंक के द्वारा कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में जिले में चिन्हित की गई 23 पैक्स संस्थाओं के प्रबंधक, प्रशासक एवं इस योजना का लाभ उठाने वाले जिले के किसान भी कार्यशाला में उपस्थित हुए। कार्यशाला में जिले में पैदा होने वाले ड्यूरम गेहूं से विभिन्न उत्पाद बनाए जाने एवं पोटेटो से बनाए जाने वाले विभिन्न उत्पादों पर विस्तृत चर्चा की गई। उपस्थित किसानों द्वारा उन्हें आने वाली कठिनाइयों के बारे में कलेक्टर को अवगत कराया गया।
कार्यशाला में सीईओ जिला पंचायत श्री हिमांशु चन्द्र, अपर कलेक्टर श्री अभय बेड़ेकर, योजना कन्सल्टेन्ट श्री रूद्र प्रताप सिंह, जिला विकास प्रबंधक नाबार्ड, सीईओ आईपीसी. बैंक श्री एस. के. खरे, जिला उद्योग अधिकारी, उपसंचालक कृषि एवं उद्यानिकी द्वारा उपस्थित किसानों से योजना के बारे में विस्तृत चर्चा कर उन्हें प्रशिक्षित किया गया। जिले की 4 से 5 पैक्स संस्थाओं का क्लस्टर बनाकर ड्यूरम व्हीट एवं पोटेटो चिप्स के उत्पादन किए जाने पर पैक्स संस्थाओं के प्रबंधकों एवं संस्थाओं से जुड़े किसानों द्वारा सहमति दी गई। साथ ही विशेषकर महू तहसील के कोदरिया ग्राम से आए आलू उत्पादन करने वाले कृषकों द्वारा पोटेटो चिप्स एवं अन्य उत्पाद बनाए जाने के प्रोजेक्ट लगाए जाने हेतु किसानों द्वारा योजना में सम्मिलित होने के लिए विशेष रूचि दिखाई गई।
कार्यक्रम में कलेक्टर श्री मनीष सिंह एवं योजना कन्सल्टेन्ट श्री रूद्र प्रताप सिंह द्वारा किसानों एवं पैक्स संस्थाओं के प्रबंधकों से विस्तृत चर्चा की गई और उन्हें योजना के लाभ के संबंध में बताया गया। साथ ही बताया गया कि इन योजनाओं के क्रियान्वयन से जिले के कई व्यक्तियों को रोजगार प्राप्त होगा। कार्यक्रम में आलू चिप्स के उत्पाद बनाए जाने वाले एलो डायमण्ड, बालाजी ग्रुप के प्रतिनिधियों द्वारा किसानों को बताया गया कि उन्हें आलू की खेती किस प्रकार करनी चाहिए कि उन्हें आलू का अधिक से अधिक मूल्य प्राप्त हो सके
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