दूध फाड़ने के लिए कर रहे थे केमिकल का उपयोग।
गुंडों और खनन माफिया के साथ मिलावटखोरों के खिलाफ भी प्रशासन ने सख्त कार्रवाई शुरू कर दी है। कलेक्टर मनीष सिंह के निर्देश पर मंगलवार को प्रशासन और खाद्य एवं औषधि विभाग की टीम ने पोलो ग्राउंड स्थित पनीर, मावा, क्रीम, मिठाई बनाने वाली दो फैक्ट्रियों पर छापा मारा। दबिश में ऐसा पदार्थ मिला, जो हमें कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी दे सकती है। टीम ने यहां से बड़ी संख्या में ऐसा केमिकल और मिलावटी सामग्री जब्त की है।
दबिश में सद्गुरु डेयरी और मायाराम डेयरी में बड़ी अनियमितताएं सामने आई हैं। फैक्ट्री परिसर में और बाहर गंदगी तो मिली ही। यहां दूध फाड़ने के लिए एसिटिक एसिड का प्रयोग किया जा रहा था। दोनों फैक्ट्रियों से करीब 70 लीटर कैन में भरा एसिटिक एसिड जब्त किया गया है। यह एसिड स्वास्थ्य के लिए भी अत्यंत हानिकारक है, जिससे कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी हो सकती है। मौके पर मौजूद अपर कलेक्टर अभय बेडेकर ने सभी खाद्य पदार्थों के नमूने भी लिए और एसिटिक एसिड सहित अन्य सामग्री को जब्त किया।
गरीबों का केरोसिन भी फैक्ट्रियों तक पहुंचा
इसके अलावा, पास में ही स्टैंडर्ड डेयरी पर भी कार्रवाई के दौरान 110 लीटर कंट्रोल का नीला केरोसिन जब्त किया गया। यह केरोसिन गरीबों को बांटना था, लेकिन कंट्रोल संचालकों की मिलीभगत से यह फैक्ट्रियों तक पहुंच गया। टीम ने नीला केरोसिन भी जब्त किया है। टीम को खाद्य सामग्री तैयार की जाने वाली इन फैक्ट्रियों में गंदगी भी मिली है।
कलेक्टर मनीष सिंह ने कहा कि जनता के स्वास्थ्य से खिलवाड़ करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी। दोनों कारख़ानों के संचालकों के विरुद्ध रासुका लगाने के लिए प्रकरण प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं। अपर कलेक्टर अभय बेड़ेकर ने बताया कि सभी खाद्य पदार्थों के नमूने भी लिए गए और एसिडिक ऐसिड सहित अन्य सामग्री को जब्ती की कार्रवाई भी की गई है। उन्होंने बताया कि मेसर्स सतगुरु मिल्क सेंटर के संचालक टीकम थदानी, वासुदेव थदानी और विनोद थदानी, जबकि किशनलाल माया फूड्स प्राइवेट लिमिटेड के संचालक तिलक नारायण पुरोहित और विवेक नारायण पुरोहित हैं।
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