मुख्य स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी प्रवीण जड़िया ने बताया कि 60 वर्षीय कोरोना पेशेंट का पिछले 10 दिनों से एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा था। उन्हें कोरोना संक्रमण के साथ ही हाइपर टेंशन, ब्लड शुगर जैसी अन्य बीमारी भी थी। यहां डॉक्टरों के प्रयास के बाद भी सुधार नहीं आ पाया, जिसकी उम्मीद की जा रही थी। इसके बाद परिजनों ने चेन्नई के एक अस्पताल में बात की। वहां के डॉक्टरों ने वीडियो कॉलिंग के जरिए बात की। इसके बाद मरीज को चेन्नई लेकर जाने का निर्णय लिया गया। सुबह परिजन उन्हें एयर लिफ्ट के जरिए चेन्नई लेकर रवाना हो गए। यह एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल में लेकर जाने की व्यवस्था थी। परिजन उन्हें खुद के खर्च पर लेकर गए हैं।
0 टिप्पणियाँ