जादुई सामान दिखाने और बेचने के नाम पर धोखाधड़ी करने वाले 2 आरोपियों को खजराना पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इनके पास से रेड मरक्यूरी, सुराही, कांसे की बाेतल, फायर स्टाम्प, राम दरबार सहित अन्य जादूगरी के सामान को जब्त किया है। इनके पास से ठगे हुए 50 हजार रुपए भी बरामद हुए हैं। इनके पास से 25 साल पुरानी टाइगर की खाल और दो कछुए मिले हैं। इन्होंने पीड़ित को परिवार में सुख शांति और आर्थिक स्थिति अच्छी होने के साथ ही गढ़ा धन निकालने का झांसा देकर ठगा था। पुलिस गिरफ्त में आया एक आरोपी इंदौर का जबकि दूसरा गुजरात का रहने वाला है।
खजराना पुलिस के ने धोखाधड़ी के मामले में 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। 15 जनवरी को 30 साल के वकील पिता ईद मोहम्मद निवासी 188 जल्ला काॅलोनी खजराना ने प्रमोद नाहटा निवासी गोयल एवेन्यू और कौशिक निवासी कच्छ गुजरात के विरुद्ध धोखाधड़ी का मामला दर्ज करवाया था। उसने बताया कि वह टूर एण्ड ट्रेवल्स का काम करता है। कुछ दिनों पहले वह ट्रेवल्स कार लेकर खजराना चौराहे पर खड़ा था। यहां उसे प्रमोद मिला जिसने बातों-बातों में कहा कि उसके और उसके दोस्त कौशिक के पास कुछ वर्षों पुरानी एंटिक वस्तुएं हैं।जैसे कि सुराही, जिससे टयूब लाइट और टेस्टर टच करने पर अचानक जलने लगते हैं। रामदरबार बांट जिस पर चुंबक नाचने लगता है और सोने-चांदी को अपनी ओर खींचता है। एक फायर स्टाम्प जिस पर माचिस की तीली रगड़ने पर जलने लगती है। कांसे की बोतल, जिसमें नील का पानी डालने पर साफ और सफेद पानी निकलने लगता है। रामदरबार बांट और पुराने सटर वाले टीवी में निकलने वाली रेड मरक्यूरी (ट्यूब) में ऐसी शक्ति है कि गढे हुए धन की जानकारी मिल जाती है। वहीं, सोने-चांदी की वस्तुओं को अपनी ओर खींच लेता है। तुम चाहो तो इन वस्तुओं को हमसे खरीद सकते हो। इससे तुम्हारे परिवार में सुख शांति और तुम्हारी आर्थिक स्थिति अच्छी हो जाएगी। इस पर मैंने कहा कि रुपए की व्यवस्था करके बताता हूं।
फरियादी ने बताया कि 8 जनवरी को उसने प्रमोद नाहटा से संपर्क किया और बताया कि उसके पास रुपए की व्यवस्था हो गई है। मुझे तुम्हारे पास का जादुई सामान देखना और खरीदना है। इस पर प्रमोद नाहटा ने कहा कि उसका दोस्त कौशिक कच्छ गुजरात में रहता है। एक-दो दिन में उसे बुलाकर तुम्हें जादुई सामान दिखा देंगे। 12 जनवरी को प्रमोद ने कॉल कर उसे कहा कि कौशिक आ गया है। शाम को स्टार चौराहे के पास खाली मैदान में तुम रुपए लेकर आ जाना। वह कौशिक के साथ जादुई सामान लेकर वहीं मिलेगा। शाम करीब 7 बजे स्टार चौराहे के पास खाली मैदान में पहुंचा, जहां प्रमोद अपने साथी के साथ मिला। उन्होंने जादुई सामान सुराही, बॉटल फायर स्टाम्प और राम बॉट दिखाया। वे बोले कि इनकी कीमत चार लाख रुपए है। इस पर मैंने दोनों को 50-50 हजार रुपए नकद दे दिए। उन्होंने कहा कि बचे रुपए लेकर आना और ये जादुई सामान तुम कल सुबह यहीं पर आकर ले लेना। सुबह मैं तो स्टार चौराहे के पास पहुंच गया, लेकिन वे दोनों नहीं आए। मैंने कॉल किया, लेकिन दोनों से संपर्क नहीं हुआ। प्रमोद ने जो पता बताया था, वहां पर गया, लेकिन कोई जानकारी नहीं मिली। मामला समझ में आया तो फिर थाने पहुंचा और दोनों के खिलाफ मामला दर्ज करवाया।
आरोपी ऐसे बनाते थे लोगों को बेवकूफ पकड़ में..
- पुलिस के अनुसार मामला दर्ज करने के बाद मुखबिर की सूचना पर प्रमोद पिता धनपत सिंह नाहटा निवासी 67 गोयल एनफ्लेव खजराना इंदौर और कौशिक पिता अरविंद भाई पटेल निवासी पंचवटी हनुमान जुनावास नखतराना कच्छ गुजरात को गिरफ्तार किया।
- पुलिस ने इनके पास से रेड मरक्यूरी (Red merqury) काले जादू में काम आने वाला जैसे गढ़ा हुआ सोना खोजना जैसी कई प्रकार की अफवाहें हैं। एक छोटी कांच की टयूब जो पारदर्शी है, इसमें लोहे की पत्ती को बीच में लगाकर इसके अंदर ब्रेक आइल भरकर उसको दोनों तरफ से पैक कर देते हैं और उसे कांच में दिखाने पर एक तरह से ट्रांसपेरेंट दिखाई देती है। दूसरी तरफ आइल भरा होने से लाल दिखाई देती है। जिससे आमजन को गुमराह कर भरोसा जीतते हैं। बाद में गिरोह द्वारा डेमो वाली टयूब को बदल कर ब्रेक आइल वाली टयूब को बेचने के लिए 5 से 10 लाख रुपए की मांग की जाती है।
- सुराही - सन् 1818 की ईस्ट इंडिया कंपनी की एंटिक सुराही, जिसमें इलेक्ट्रिक डिवाइस लगाकर उसे चार्ज करके टेस्टर और टूयब लाइट टच करने पर लाइट जलते हुए आम व्यक्तियों को दिखाया जाता है, जिससे ग्राहक को बताया जाता है कि यह बहुत पावरफुल है। इसकी मार्केट वेल्यू ग्राहक को 50 से 90 लाख रुपए बताई जाती है।कांसे की बाेतल- यह बाेतल भी सन 1818 ईस्ट इंडिया कंपनी की बताकर बेची जाती है, जिसमें ऊपर और नीचे की तरफ मैग्नेट लगाकर सुई से चेक करते हैं। सुई बाेतल के ऊपर घूमती है। इस बोतल के ऊपर माचिस की तीली जलाने वाला रोगन का लैप लगाकर माचिस जलाकर दिखाते हैं और बाेतल के अंदर नील का पानी डालकर जिसमें पहले से बाेतल में कोई केमिकल डाला हुआ रहता है, बोतल खाली करने पर पानी सफेद निकलता है, जो सिर्फ 10 बार ही प्रयोग में आता है। इस गिरोह द्वारा इसकी कीमत ग्राहक को 5 से 7 लाख रुपए बताई जाती है।
- फायर स्टाम्प स्टाम्प भी लोगों के ठगने का साधन है, जिस पर यह लोग सबसे पहले कागज पर लेमिनेशन कर ग्लेसरीन व फास्फोरस की लगी हुई तीली को जैसे ही स्टाम्प के पास लाया जाता है तीली जल जाती है। इस स्टाम्प पर भी सन 1818 ईस्ट इंडिया कंपनी का बना हुआ है। इसकी कीमत 2 से 5 लाख रुपए बताते हैं।
- रामदरबार बोतल के जैसे दिखने वाला ईस्ट इंडिया कंपनी सन 1818 का लिखा हुआ है, जिसके अंदर पहले से मोटर लगी हुई रहती है, जिससे मोबाइल चार्जर से चार्ज किया जाता है, जिसे चालू करने के बाद उस पर चुम्बक घूमने लगता है। इसे एन्टी मैग्नेट वाट कहते हैं, जिससे ग्राहकों को पावर फुल होने का बताकर 10 से 20 लाख रुपए में बेचने का वीडियो बनाकर लोगों को भ्रमित करते हैं।
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