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कॉलेजों में सभी कक्षाएं शुरू:होलकर में 50% से ज्यादा छात्र पहुंचे, डीएवीवी की पहली ऑनलाइन परीक्षा फेल

 

होलकर कॉलेज की लैब में जगह कम पड़ गई
  • कितना बदल गया कैंपस- कॉलेजों में आधे छात्रों को बुला रहे, यूनिवर्सिटी में एग्जाम ऑनलाइन

10 माह बाद शहर के सारे कॉलेजों में सभी क्लासेस लगना शुरू हो गई हैं। यह पहला मौका है जब हर कोर्स की हर क्लास में पढ़ाई हुई। होलकर साइंस कॉलेज में सबसे ज्यादा उपस्थिति रही। यहां कुल विद्यार्थियों की संख्या साढ़े 7 हजार है। कोरोना गाइडलाइन के हिसाब से अभी 50 फीसदी यानी 3750 विद्यार्थियों को ही बुलाया जाना है, लेकिन बुधवार को 3100 विद्यार्थी कॉलेज पहुंचे। इस लिहाज से 75% से ज्यादा उपस्थिति रही।

बीएससी (पीसीएम) की क्लास में टेबल कम पड़ गईं। बॉटनी की ही एक क्लास में छात्रों की संख्या 50% से ज्यादा हो गई। ऐसे में कुछ छात्रों को लौटना पड़ा। उधर, जीएसीसी में कई क्लास खाली रहीं। किसी में एक छात्र तो किसी में 12 से 15 छात्र ही पहुंचे। यहां कुल उपस्थिति 188 रही। राऊ शासकीय कॉलेज में भी 185 छात्र ही पहुंचे। यही स्थिति ओल्ड जीडीसी की भी रही। यहां कुछ क्लास में 20 तो किसी में मात्र 2 छात्राएं पहुंचीं।


लैब में जगह नहीं बची : होलकर कॉलेज में 10 बजे ऐसी स्थिति बनी कि जगह कम पड़ गई।

गाइडलाइन- मास्क के बगैर काॅलेज में एंट्री नहीं दी गई। एक टेबल पर एक ही छात्र को बैठाया गया। लैब में भी दूरी का पालन।

खंडवा और खरगोन सहित अन्य जिलों के छात्र भी आए
जीएसीसी में बीए प्रथम वर्ष के छात्र अमल दुबे ने बताया दो दिन पहले ही खंडवा से इंदौर आया। निजी होस्टल में रूम लिया। खरगोन से आई बीकॉम प्रथम वर्ष की छात्रा ने कहा हम चार लड़कियां होस्टल में रहेंगी। दो होलकर कॉलेज में बीएससी और दो जीएसीसी से बीकॉम कर रही हैं।

650 छात्रों को मूल्यांकन केंद्र जाकर जमा करना पड़ी कॉपी तो 50 ने ई-मेल से भेजी
इंदौर। 
देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी की पहली ऑनलाइन परीक्षा बुधवार से आरंभ हो गई। लॉ के अलग-अलग कोर्स के विभिन्न सेमेस्टर की परीक्षाओं में दो शिफ्ट में 3900 छात्र शामिल हुए। इनमें से 3200 छात्र ही ऑनलाइन कॉपी सम्मिट कर सके। जबकि 650 छात्रों को खंडवा रोड स्थित मूल्यांकन केंद्र जाना पड़ा। वहीं 50 छात्रों ने कॉलेज के ई-मेल आईडी पर कॉपी जमा की। पहली शिफ्ट में 3 हजार छात्र थे। इसमें से 2450 ने ऑनलाइन कॉपी जमा की। जबकि 50 ने कॉलेज के ईमेल पर जमा किया। 500 छात्र सेंटर पहुंचे। दूसरी शिफ्ट में 900 छात्र थे। 750 ने ऑनलाइन जमा की जबकि 150 ने मूल्यांकन केंद्र पहुंचकर। यदि ऐसे ही सिस्टम चला तो क्या 8 फरवरी तक चलने वाली परीक्षाओं में रोज छात्रों को ऐसे ही मूल्यांकन केंद्र जाना पड़ेगा।

सीधी बात- डॉ. अशेष तिवारी, परीक्षा नियंत्रक
इतनी बड़ी संख्या में छात्र ऑनलाइन कॉपी जमा क्यों नहीं कर पाए?
इसी समस्या के कारण हमने कॉलेज के मेल आईडी और मूल्यांकन केंद्र का भी विकल्प दिया था।

अब गुरुवार को सुधार हो, इसके लिए क्या तैयारी है?
छात्रों को दिक्कत नहीं आएगी। सिस्टम और व्यवस्थित करेंगे। तीनों विकल्प मजूबत करेंगे। हेल्पलाइन नंबर भी हैं।

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