- पुलिस, प्रशासन और नगर निगम के रजिस्ट्रेशन भी शुरू होंगे
कोरोना वैक्सीन के चौथे चरण में गुरुवार को 545 स्वास्थ्यकर्मियों को वैक्सीन लगाई गई। यह लक्ष्य 500 से अधिक है, इसलिए वैक्सीनेशन 109 फीसदी पर पहुंच गया। बुधवार को ये 100 फीसदी था। तब स्वास्थ्य विभाग ने वेटिंग के कर्मचारियों को बुलाकर लक्ष्य हासिल किया था, गुरुवार को इसके उलट ज्यादा लोग पहुंचे और कई केंद्रों पर 10 वैक्सीन की एक वॉयल खुलने से संख्या बढ़ती गई। प्रभारी सीएमएचओ डॉ. पूर्णिमा गडरिया ने बताया अब केवल उन्हें ही वैक्सीन नहीं लगा रहे, जिन्हें एलर्जी या कोई गंभीर बीमारी है। गर्भवती व स्तनपान करवाने वाली महिला कर्मचारियों को अभियान से छूट दे रहे।
कोविड वैक्सीनेशन के लिए चार दिन तय हैं, लेकिन इस बार शनिवार को नहीं होगा। इसकी वजह ये है कि पूरे अभियान को फिर से प्लान कर रहे हैं। इसमें केंद्र बढ़कर 10 तक होंगे और हर केंद्र पर वैक्सीन लगवाने वाले स्वास्थ्यकर्मियों का आंकड़ा 100 के बजाय 150 या 200 रहेगा। नए केंद्र में सबसे पहले पीसी सेठी अस्पताल शामिल होगा, जिसके आईसीयू का भी उद्घाटन होने वाला है। सोमवार से ये सब शुरू करना है, लिहाजा शनिवार को ब्रेक देकर तैयारियां करेंगे।
फ्रंटलाइन वर्कर्स के रजिस्ट्रेशन शुरू : इधर, अन्य विभागों के फ्रंटलाइन वर्कर्स के रजिस्ट्रेशन भी शुरू हो गए हैं। इसमें पुलिस-प्रशासन सहित कोविड कार्य में लगे सभी विभाग शामिल हैं। गुरुवार को स्त्री एवं प्रसूति विभाग के डॉ. अविनाश पटवारी ने भी वैक्सीन लगवाई।
गड़बड़ी, 109 के बजाय 79 फीसदी बताया
आंकड़ों से संतुष्ट स्वास्थ्य विभाग में शाम को उस वक्त हलचल मच गई, जब राज्य केंद्र से जारी रिपोर्ट में इंदौर का वैक्सीनेशन सिर्फ 79 फीसदी बताया गया। उसमें 6 केंद्र का जिक्र था और लक्ष्य 500 के बजाय बढ़ाकर 689 लिखा था। इस आधार पर वैक्सीनेशन 109 फीसदी से कम कर दिया। नोडल अफसर डॉ. अमित मालाकर के मुताबिक, तकनीकी त्रुटि से ऐसा हुआ।
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