साल 2021 को आए भी 17 दिन हो गए। क्या यह भी सिर्फ कट जाएगा या इस साल हम कुछ ऐसा खास करेंगे जिससे यह ज़िंदगी का सबसे बेहतरीन साल हो जाए। अपने से कुछ वादे कीजिए, निर्णय लीजिए और चाहे कुछ भी हो जाए, उन निर्णयों पर अमल कीजिए।
1. महापुरुषों के विचारों के साथ अपना दिन बिताएं
दुनिया के बड़े-बड़े सफल व्यक्ति अपने जीवन की बड़ी-बड़ी घटनाओं को, अपनी सारी जीवन यात्राओं को छोटी पुस्तकों या ऑडियो बुक में समेटे आपके सामने खड़े हैं। इस साल हल्के दोस्तों या सोशल मीडिया के साथ समय बिताने की जगह इन सफल व्यक्तियों के साथ समय बिताइए। सुबह की चाय गांधीजी के साथ पीजिए, लंच स्टीव जॉब्स के साथ तो डिनर नेल्सन मंडेला के साथ कीजिए। यानी जीवन का जो हिस्सा सुधारना हो, उस क्षेत्र के किसी सफल व्यक्ति की पुस्तकों या ऑडियो बुक के साथ एक दिन बिता लीजिए, जीवन जीने के सैकड़ों रास्ते मिल जाएंगे।
2. ज़िंदगी या व्यापार की अपनी एक नकारात्मक आदत छोड़ दीजिए
अपने निजी जीवन या व्यापार की एक-एक नकारात्मक आदत जैसे बहाना बनाना, कामचोरी, टालमटोल, गुस्सा, स्वास्थ्य के प्रति लापरवाही आदि छोड़ दीजिए। जीवन में चमत्कार नहीं होते, हम अपने चुनावों से जीवन का निर्माण करते हैं। हम हर पल किसी ना किसी को दोष देते रहते हैं, जबकि यह जीवन हमारी जिम्मेदारी है।
3. इस साल लेेने वाला नहीं, बल्कि देने वाला बनिए
इस साल किसी बच्चे की शिक्षा का खर्च उठा लीजिए। या किसी ज़रूरतमंद को ऑपरेशन या दवा के लिए मदद कर दीजिए। जब आप दूसरों को देने के लिए अपनी जेब खोलते हैं तो ऊपर वाला आपको देने के लिए अपना दिल खोलता है। जिस क्षण तक आप देना शुरू नहीं करेंगे, उस क्षण तक आप पाना भी शुरू नहीं कर सकते, यही प्रकृति का चरित्र है और यही साइकल है, कॉस्मिक साइकल। जो देगा सो पाएगा। इस साल आप अपने आप को बड़ा बनाइए, अपने हाथ को मांगने वाले की जगह देने वाले का हाथ बनाइए। आप दस हज़ार कमाते हो तो दो सौ दान कीजिए, एक लाख कमाते हो तो दो हज़ार दान कीजिए।
4. प्रकृति से जो लिया, उसे ब्याज सहित वापस कीजिए
इस साल कोशिश कीजिए कि कहीं आप कुछ पौधे लगा सके। कहीं नलों में से व्यर्थ ही पानी बह रहा हो तो अपनी तरफ से कुछ टोटियां लगवा दें। इस साल कोशिश कीजिए कि प्रकृति के संरक्षण के लिए आप कोई काम कर सके। यदि आप खुद ना कर सके तो किसी प्रकृति प्रेमी संस्था को डोनेशन दे दीजिए। प्रकृति से जो भी आपने लिया है, उसे ब्याज सहित वापस कीजिए।
5. कमियों से डरकर नहीं, लड़कर जिएं
इस साल अपनी किसी एक ऐसी कमी को हराइए जिसकी वजह से कभी-कभी आप कमज़ोर महसूस करते हैं या फिर आपके अंदर हीन भावना आती है। टेक्नोलॉजी और प्रबंधन के नए तरीके सीखकर बिज़नेस में जीत हासिल कीजिए। अपने भीतर उत्पादकता की नई आदतें पैदा कीजिए। ‘मैं नहीं जानता’ की जगह ‘मैं सीख रहा हूं’ कहना शुरू कीजिए। हिंदी में हजारों यूट्यूब वीडियो, बिज़नेस व लाइफ कोर्सेज उपलब्ध हैं। एक कोर्स जरूर करें। डर-डर के जीने की जगह कमियों से लड़-लड़ के जीने का चुनाव कीजिए।
(डॉ. उज्ज्वल पाटनी मोटिवेशनल स्पीकर, ऑथर और बिजनेसजीतो के फाउंडर हैं।)
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