ड्रग्स माफियाओं की धरपकड़ में विजयनगर पुलिस ने दो दिन पहले चार आरोपियों को हिरासत में लिए था, जिसमें से दो आरोपी हनान और तोफिश के पास से दो लग्जरी कार मिली हैं। ड्रग्स की खेफ को इन गाड़ियों के जरिए ही दोनों आरोपी यहां से वहां किया करते थे। पूछताछ में खुलासा हुआ है कि नशा तस्करी के आका फिरोज के पास शार्प शूटरों की गैंग है। उसके पास तक पहुंचने के लिए 6 स्टेप पार करनी पड़ती है। माल पहुंचने तक खरीदार के एक व्यक्ति को कब्जे में रखा जाता है। पुलिस से मिलीभगत की शंका होने पर वह हत्या तक करवा देता है।
ड्रग्स में रेट को लेकर प्रतिस्पर्धा
गैंग में पकड़ाए सदाम, धीरज और अदनान शहर में सस्ती ड्रग्स के लिए मशहुर थे। जहां यह प्रति 10 ग्राम ड्रग्स को 1800 रुपए के भाव से बेचते थे। वहीं, सागर जैन इस एमडी को 4000 रुपए के भाव से मार्केट में सप्लाय करते थे। दोनों गैंग के निशाने पर युवतियां ज्यादा रहती थीं। आरोपियों ने पूछताछ में बताया है कि शहर में जो साफ ड्रग्स देता था, उसकी डिमांड अधिक रहती है। एमडी में बड़े दाने वाला माल और पाउडर वाला माला शहर में ज्यादा बिक रहा था।
बड़ा इंवेस्टर फिरोज लाला
दिनेश अग्रवाल, रईस, कासिम और सरदार के तार निंबाहेड़ा के गैंगस्टर फिरोज लाला और अखेपुरा के फिरोज लाला से जुड़े हैं। लाला गैंग कोकीन, ब्राउन शुगर और एमडीएमए की सप्लाई साउथ अफ्रीका, मलेशिया और श्रीलंका तक करती है। गिरोह के बदमाश मुखबिरों की हत्या तक कर देते हैं। फिरोज किसी से सीधे नहीं मिलता था, इसने इंदौर में ड्रग्स सप्लाय करने के लिए पहले अमन नाम के युवक को अपना दोस्त बनाया और उसके बाद हनान को अपनी गैंग में शामिल किया। हनान एक समृद्धि परिवार का है, उसका परिवार बैटरी का बड़ा व्यवसायी है।
लाला पर हत्या, हत्या की कोशिश के कई मामले दर्ज
क्राइम ब्रांच एएसपी गुरुप्रसाद पाराशर के मुताबिक, दिनेश अग्रवाल और वेदप्रकाश व्यास बुधवार तक जबकि कासिम, रईस, अशफाक उर्फ एसी, तबरेज उर्फ तब्बू और सरदार 25 जनवरी तक रिमांड पर हैं। आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि मुख्य सप्लायर निंबाहेड़ा का गैंगस्टर फिरोज लाला है, लेकिन वह उसके खिलाफ बयान नहीं दे सकते। लाला पर हत्या, हत्या की कोशिश के कई मामले दर्ज हैं।
फिरोज के पिता की तलाश
ड्रग्स तस्करी मामले में लंबे समय से गायब फिरोज के पिता की भी पुलिस तलाश कर रही है। पुलिस के अनुसार 1995 से फिरोज के पिता जुल्फिकार गायब हैं और उनकी लोकेशन नासिक के आसपास देखी मिली थी, लेकिन इनकी उम्र अधिक है, इस कारण उन्हें अभी केवल संदिग्ध माना जा रहा है।
अखेपुरा के फिरोज लाला शूटरों की गैंग
फिरोज के पास शार्प शूटरों की गैंग है। उसके पास पहुंचने के लिए छह स्टेप पार करनी पड़ती है। माल पहुंचने तक खरीदार के एक व्यक्ति को कब्जे में रखा जाता है। पुलिस से मिलीभगत की शंका में हत्या तक करवा देता है।
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