- स्वास्थ्यकर्मियों में भी अभी थोड़ी घबराहट है, 9 फीसदी असमंजस में हैं और दूसरों को लगने के बाद टीका लगवाना चाहते हैं'
16 जनवरी से शुरू होने जा रहे कोरोना वैक्सीनेशन के लिए बुधवार को टीके की खेप इंदौर पहुंच सकती है। सारी तैयारियां हो चुकी हैं। शहर में ही 75 केंद्र बनाए जाएंगे। इन तक वैक्सीन पहुंचाने के लिए दो रेफ्रिजरेटेड वैन हैं। टीकाकरण के लिए मंगलवार को स्वास्थ्यकर्मियों की ट्रेनिंग भी हुई।
पहले चरण में जिन 26 हजार 400 कर्मचारियों को टीका लगना है, उनमें से 80% के रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। भास्कर ने 500 से ज्यादा स्वास्थ्यकर्मियों से इस बारे में बात की तो 73% टीके के लिए पूरी तरह तैयार मिले, जबकि कुछ में थोड़ी घबराहट है। कुछ ऐसे भी हैं, जो दूसरों को लगने के बाद ही टीका लगवाना चाहते हैं।
अब कोरोना से मुक्ति में ज्यादा देर नहीं... ज्यादातर स्वास्थ्यकर्मी पहले ही दिन टीका लगवाना चाहते हैं
- रजिस्ट्रेशन के लिए जानकारी ली, लेकिन टीके की तारीख नहीं मिली।
- आस-पड़ोस में कोई लगवाएगा तो 10-15 दिन उसे देखेंगे, फिर लगवाएंगे।
- ज्यादातर ने कहा कि मौका मिला तो पहला टीका लगवाना पसंद करेंगे।
- कुछ ने कहा कि टीके के साइड इफैक्ट के बारे में सुन रहे हैं उसे लेकर थोड़ी घबराहट तो है।
ताकि कोई चूक न हो... रवींद्र नाट्यगृह में मंगलवार को हेल्थ वर्कर्स को टीकाकरण की ट्रेनिंग दी गई। ज्यादातर मोबाइल पर रिकॉर्डिंग करते नजर आए, ताकि कोरोना के खिलाफ निर्णायक जंग में कहीं कोई चूक न हो।
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