मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान से सोमवार प्रातः निवास पर संस्कृत भारती मध्यप्रदेश संस्था के प्रतिनिधि मंडल ने भेंट की। प्रतिनिधिमंडल ने संस्कृत के विकास और उन्नयन के लिए सुझाव दिए। मुख्यमंत्री को दिए गए सुझाव पत्र कहा गया कि नूतन शिक्षा नीति में संस्कृत शिक्षण के अध्ययन के संदर्भ में पाठ्यक्रम निर्माण, शिक्षकों की नियुक्ति उनके प्रशिक्षण, विश्वविद्यालयों में संस्कृत विभाग प्रारंभ करने, पाणिनि संस्कृत विश्वविद्यालय में वास्तुशास्त्र, संगीत, शिल्प शास्त्र आदि का अध्ययन प्रारंभ करने, संस्कृत सम्भाषण का प्रमाणपत्र पाठयक्रम प्रारंभ करने और संस्कृत भाषा की प्राथमिक शिक्षा में शिक्षण व्यवस्था की जाए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्राप्त सुझावों का परीक्षण कर चरणबद्ध रूप से आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। इस अवसर पर संस्था के पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री को संस्था की ओर से मास्क भी भेंट किए। प्रतिनिधिमंडल में संस्था के क्षेत्र मंत्री श्री भरत बैरागी और अन्य सदस्य शामिल थे।
0 टिप्पणियाँ