टीकाकरण के लिये पंजीयन आवश्यक
इंदौर में कोविड-19 वैक्सीन टीकाकरण महाभियान आज 16 जनवरी से शुरू होने वाला है। इस अभियान के प्रति व्यापक जन-जागरूकता का सकारात्मक वातावरण निर्मित करने के लिये शुक्रवार को इंदौर स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रेसवार्ता का आयोजन किया गया। प्रेसवार्ता का मुख्य उद्देश्य था कि मीडिया प्रतिनधियों के माध्यम से वैक्सीनेशन के बारे में भ्रामक जानकारी या अफवाहों को विराम देते हुये, इस महाभियान को सहयोग से सफल बनाया जाये।
प्रेस वार्ता में मीडिया से चर्चा के दौरान मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पूर्णिमा गडरिया ने बताया कि कोविड-19 टीकाकरण अभियान कोरोना से सुरक्षा प्रदान करने हेतु संचालित अभियान है। यह वैक्सीन संपूर्ण भारत के साथ-साथ इंदौर जिले में भी 16 जनवरी से लगाई जाना प्रारंभ की जाएगी। इसके लिए 5 शासकीय एवं निजी चिकित्सालय- एम.जी.एम. मेडिकल कॉलेज, बॉम्बे हॉस्पिटल, राजश्री अपोलो, मेडिकल कॉलेज अरविन्दो, ईएसआई अस्पताल को चिन्हित किया गया है। यह अभियान चरणबद्ध तरीके से चलाया जाएगा, जिसमें प्रथम चरण में स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं को, दूसरे चरण में फ्रंटलाइन वर्कर को, तीसरे चरण में 50 वर्ष से अधिक आयु के लोग एवं ऐसे व्यक्ति जो 50 वर्ष से कम आयु के हैं, लेकिन जोखिम समूह में आते हैं उनको लगाया जाएगा।
कोविड-19 वैक्सीन का डोज 0.5ml है, इसे ए.डी. सिरिंज का उपयोग कर “दांयी भुजा” में आई.एम. लगाया जाएगा। वैक्सीन के दो डोज होंगे जो 28 दिन के अंतराल पर लगाए जाएगें। वैक्सीन का +2°C से +8°C तापमान पर भंडारण एवं परिवहन किया जाएगा, इसमें ओपन वायल पॉलिसी लागू नहीं होगी।
प्राथमिकता के आधार पर भारत सरकार के निर्देशानुसार सबसे अधिक जोखिम समूह, उच्च जोखिम समूह को प्राथमिकता दी गई है, जो पहले वैक्सीन प्राप्त करेंगे। स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं में कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई का नेतृत्व किया है। वायरस से जुड़े जोखिम के डर के बिना अपना काम जारी रख सके, इसलिए स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं को पहले टीकाकृत किया जा रहा है। इसके पश्चात फ्रंटलाइन वर्कर्स को टीकाकृत किया जाएगा। इससे कोविड-19 बीमारी को रोककर सामाजिक और आर्थिक प्रभाव को कम करने में मदद मिलेगी, साथ ही साथ 50 वर्ष से अधिक आयु वाले तथा को-मार्बिट वाले व्यक्तियों का टीकाकरण कर हम 78 प्रतिशत व्यक्तियों को कवर कर मृत्यु दर को कम कर सकते हैं।
टीकाकरण हेतु पंजीयन आवश्यक होगा। क्योंकि बिना पंजीकृत व्यक्तियों को टीका नहीं मिलेगा और टीकाकरण स्थल पर भी पंजीकरण नहीं होगा। इसलिए पूर्व पंजीकरण आवश्यक है। पात्र लाभार्थियों को एस.एम.एस. द्वारा पंजीकरण तथा टीकाकरण की दिनांक एवं स्थान की सूचना दी जाएगी। पंजीकरण के समय जिस फोटोयुक्त पहचान पत्र का उपयोग किया है उसे ही टीकाकरण के समय दिखाना आवश्यक है। टीकाकरण के बाद लाभार्थियों को 30 मिनिट तक सत्र स्थल पर ही रुकना आवश्यक होगा। टीकाकरण के बाद कोई भी असामान्य लक्षण दिखने पर तुरंत आशा, ए.एन.एम. को सूचित करें, या अधिकृत टोल-फ्री नं. 1075 पर सूचित करें फ्रंटलाइन वर्कर एवं सेवाप्रदाताओं को लगने वाला यह टीका निःशुल्क होगा।
प्रेसवार्ता की समाप्ति में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. गडरिया ने मीडियाकर्मियों से अनुरोध किया की मानवता के इस महायज्ञ में आप सभी आमजन तक अधिक से अधिक प्रमाणिक व तथ्यात्मक जानकारी पहुँचाए, ताकि अभियान में जन भागीदारी अधिक से अधिक सुनिश्चित हो।
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