*किसानों को जागरूक करने के लिये हुआ प्रशिक्षण कार्यक्रम*
उद्यानिकी एव खाद्य प्रसंस्करण विभाग द्वारा किसानों को कम लागत में अधिक उद्यानिकी फसल प्राप्त करने के संबंध में जानकारी देने के लिये मानपुर में एक दिवसीय कृषक प्रशिक्षण सह भ्रमण कार्यक्रम आयोजित किया गया है। यह कार्यक्रम शासकीय रोपणी मानपुर के पास प्रगतिशील कृषक श्री राजेश पाटीदार के प्रक्षेत्र पर हुआ। इसमें महू क्षेत्र के आसपास के शेरपुर, जामली, गवली पलासिया एवं मानपुर गांवों के किसानों ने भाग लिया।
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में कृषकों को आत्म निर्भर भारत अभियान के तहत प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना (पीएम एफएमई स्कीम) के अंतर्गत एक जिला एक उत्पाद अंतर्गत जिले की चयनित आलू फसल के संबंध में जानकारी विशेष रूप से दी गई। कार्यक्रम में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा प्रशिक्षक श्री रामनाथ सूर्यवंशी विशेष रूप से मौजूद थे। इस अवसर पर कृषकों को आलू फसल आधारित प्रसंस्करण इकाईयो के संबंध में विस्तृत जानकारी साझा की गई। साथ ही सबंधित किसान के खेत पर नवीन तकनीकी के आधार पर लगाये गये अमरूद, सीताफल, फलोद्यान तथा अंतरवर्तिय फसल के रूप में अदरक की खेती का अवलोकन कराया गया। बताया गया कि किस प्रकार कम भूमि में उन्नत तकनीकी अपनाकर उद्यानिकी आधारित खेती कर किसान अपनी आय में वृद्धि कर सकते है। साथ ही उप संचालक उद्यान श्री त्रिलोकचंद्र वास्कले ने शासन की मंशानुसार प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना पीएम एफएमई स्कीम के अंतर्गत एक जिला एक उत्पाद अंतर्गत जिले की चयनित आलू फसल के संबंध में बताया।
उन्होंने कहा कि चिप्स उद्योगों हेतु इन्दौर के आलू में शर्करा की मात्रा कम होने से आलू की चिप्स एवं अन्य उत्पादों के उद्योग की खाद्य प्रसंस्करण इकाईयो की अपार संभावना है। कृषकों को ड्रिप संयंत्र के माध्यम से आलू फसल बुआई करने के लिये प्रेरित किया गया। इससे आलू आकार में समरूपता बनी होने से उद्योगों में उनकी मांग रहती है। योजना मार्गदर्शी की जानकारी कृषकों की प्रदाय की गई। बताया गया कि शासन द्वारा हितग्राहियों को 35 प्रतिशत क्रेडिट लिक्ड अनुदान देय का प्रावधान है। उक्त कार्यक्रम में महू क्षेत्र के जनप्रतिनिधि, उन्नत कृषक एवं विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
0 टिप्पणियाँ