इंदौर की तेजाजी नगर पुलिस ने प्रेमी जोडों से लूट करने वाली गैंग को धर दबोचा है। राला मंडल पर प्रेमी जोडों से साथ लूट करने वाली एक गैंग को पकड़ने के लिए तेजाजी नगर पुलिस ने एक महीने तक फिल्डिंग की। सादी वर्दी में सिपाहियों को लगाया गया। फिर एक दिन एक सिपाही बायपास किनारे कार को खड़ी कर व्यापारी बनकर बैठ गया। इसी जाल में बदमाश फंस गए।
सिपाही को व्यापारी या प्रेमी समझकर बदमाश कार के पीछे बाइक लगाकर आए। उन्होंने कार का दरवाजा बजाया। तभी सिपाही ने अपनी टीम को बुलवा लिया और आरोपियों को दबोच लिया। बदमाशों ने तेजाजी नगर क्षेत्र में पांच चोरियां भी कबूलीं।
एएसपी शशिकांत कनकने के अनुसार तेजाजी नगर टीआई आरएनएस भदौरिया की टीम ने बायपास पर चाकू मारकर लूट करने वाली गैंग के बदमाश मोहन उर्फ सुरेश पिता भागीरथ चौधरी निवासी ग्राम खोखरिया थाना बरोठा जिला देवास हाल मुकाम मंजू बाई का मकान नट बोल्ट चैराहा मांगलिया और कान्हा उर्फ कन्हैया मोगिया पिता नगदीराम (निवासी ग्राम लेकोडा थाना नीलगंगा जिला उज्जैन) को गिरफ्तार किया है।
सोने की अंगूठी छीनते समय पुरुष को मारा था चाकू
आरोपियों ने 18 दिसंबर को बायपास पर लोडिंग में पीछे बैठकर बात कर रहे महिला व पुरुष को धमकाया। उन्हें चाकू और प्लायर (पिंचिस) दिखाकर 6 हजार रुपए और अंगूठी छीनी। इस दौरान पुरुष को चाकू घोंप दिया था। मामले में पुलिस ने हत्या के प्रयास का केस दर्ज किया था। तभी से पुलिस को सूचना मिली कि इलाके में ऐसी गैंग सक्रिय है जो प्रेमी जोड़ों को लूटती है। बायपास पर कार या अन्य वाहन में अकेले बैठे लोगों को लूट लेती है। इस पर टीआई ने सादी वर्दी में टीम तैयार की।
एक महीने तक रेकी की गई। आखिर एक सिपाही विजेंद्र को बायपास पर शाम को कार में अकेला बैठा दिया गया। ऐसा लगे कि वह व्यापारी है। पीछे से कुछ पुलिस वालों को रेकी के लिए भी खड़ा किया। दो दिन पहले दोनों आरोपी विजेंद्र की कार देखकर आ गए। उन्होंने कार के पीछे बाइक लगाई। फिर विजेंद्र के पास आकर कार के दरवाजे बजाए। उसके कांच खुलवाने की कोशिश की गई। तभी विजेंद्र ने सिपाहियों को फोन लगाया और आरोपियों को पकड़ा।
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