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बच्चों में होने वाली बीमारियों की पहचान और इलाज के लिये चलाया जायेगा दस्तक अभियान

फाइल फोटो 


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*अभियान के परिणाममूलक संचालन के लिये तैयारियां प्रारंभ*


      बच्चों में होने वाली बीमारियों की पहचान और उनके इलाज के लिये इंदौर जिले में राज्य शासन द्वारा दिये गये दिशा-निर्देशों के अनुसार दस्तक अभियान चलाया जायेगा। यह अभियान 11 जनवरी से शुरू होकर आगामी 13 फरवरी तक चलेगा। अभियान को परिणाममूलक बनाने के लिये तैयारियां प्रारंभ हो गई है।

      इस अभियान के सूचारु संचालन के लिये राज्य शासन द्वारा दिशा-निर्देश जारी किये गये है। बाल मृत्यु दर को कम करने के लिये यह महत्वाकांक्षी अभियान है। यह अभियान स्वास्थ्य विभाग एवं महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा समन्वित रूप से चलाया जायेगा। इस वर्ष दस्तक अभियान का आयोजन 11 जनवरी से 13 फरवरी2021 तक किया जायेगा। अभियान के संबंध में गत दिनों प्रशिक्षण कार्यक्रम जिला पंचायत कार्यालय के सभागृह में आयोजित किया गया। इसमे मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पूर्णिमा गडरिया तथा जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी डॉ. सी. एल. पासी भी उपस्थिति थे। प्रशिक्षण कार्यक्रम में संभागीय समन्वयक श्री ब्रजमोहन डुबके ने प्रशिक्षण दिया। दस्तक अभियान का उद्देश्य 05 वर्ष से कम उम्र के बच्चों में बाल्यकालीन बीमारियों की सामुदायिक स्तर पर सक्रिय पहचान करनाइलाज करना जिससे की बाल मृत्यु दर में कमी लाई जा सके।

      दस्तक अभियान के तहत समुदाय में बीमार नवजातो और बच्चों की पहचानप्रबंधन एवं रेफरलपांच वर्ष से कम उम्र के बच्चों में शैशव एवं बाल्यकालीन निमोनिया की त्वरित पहचानप्रबंधन एवं रेफरलपांच वर्ष से कम उम्र के गंभीर कुपोषित बच्चों की सक्रिय पहचानरैफरल एवं प्रबंधन आदि कार्य किये जायेंगे। इसी तरह छ: माह से पांच वर्ष तक के बच्चों में गंभीर एनीमिया की सक्रिय स्क्रीनिंग एवं प्रबंधनपांच वर्ष से कम उम्र के बच्चों में बाल्यकालीन दस्त रोग के नियंत्रण हेतु ओ.आर. एस. एवं जिंक के उपयोग संबंधी सामुदायिक जागरूकता में बढ़ावा देने एवं प्रत्येक घर में गृहभेंट के दौरान ओ.आर.एस. पहुँचाने9 माह से पांच वर्ष तक के समस्त बच्चों को विटामिन ए देनेबच्चों में दिखाई देने वाली जन्मजात विकृतियों एवं वृद्धि विलंब (Development Deloy) की पहचानसमुचित शिशु एवं बाल आहारपूर्ति संबंधी समझाईश समुदाय को देनेगृह भेंट के दौरान आंशिक रूप से टीकाकृत एवं छुटे हुये बच्चों की टीकाकरण स्थिति की जानकारी लेने आदि कार्य भी किये जायेंगे।

      अभियान के तहत कोविड सुरक्षा नियमों का पालन करते हुए गतिविधियां संचालित की जाएंगी। इस हेतु ब्लॉक मेडिकल ऑफिसरझोनल मेडिकल ऑफिसरडीपीएमडीसीएमबीसीएमसीडीपीओ स्तर के अधिकारियों की समन्वय बैठक भी आयोजित की जा चुकी है।  जिसमें अभियान की सूक्ष्म कार्ययोजना एवं पर्यवेक्षण के संबंध में विस्तार से चर्चा की गई। स्वास्थ्य विभाग की ओर से जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. तरुण गुप्ता नोडल अधिकारी बनाये गये है।

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