- नगर निगम अयोध्या और आईआईएम इंदौर ने एमओयू पर किए हस्ताक्षर
अयोध्या को अंतरराष्ट्रीय आध्यात्मिक पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने के लिए अयोध्या नगर निगम, इंदौर का सफाई मॉडल अपनाने जा रहा है। नगर निगम अयोध्या इसके लिए आईआईएम इंदौर की मदद लेगा। अयोध्या नगर निगम ने आईआईएम इंदौर के साथ एमओयू साइन किया है। एमओयू के तहत अयोध्या को साफ-सुथरा और पर्यावरण हितैषी शहर बनाने के लिए आईआईएम तीन साल तक काम करेगा। आईआईएम इंदौर के निदेशक प्रोफेसर हिमांशु राय सहित चार प्रोफेसर की टीम काम करेगी। टीम में प्रो. गणेश एन, प्रो. प्रशांत सालवान, डॉ. श्रुति तिवारी और प्रो. आदित्य देशबंधु शामिल हैं।
एमओयू में शामिल शर्तों के अनुसार इंदौर के सफाई मॉडल की श्रेष्ठ तकनीकों और प्रयासों को अपनाया जाएगा। आईआईएम प्लान भी तैयार करेगा, जिसके आधार पर स्वच्छ भारत कार्यक्रम के तहत सूचना, जागरूकता और संचार को शहर में लागू किया जाएगा। अयोध्या नगर निगम के कर्मचारियों के प्रशिक्षण और क्षमता बढ़ाने का जिम्मा भी संस्थान का होगा। नगर निगम के अधिकारियों के लिए आईआईएम विशेष प्रशिक्षण शिविर करेगा, जिसमें उन्हें प्रोजेक्ट मैनेजमेंट के साथ बेस्ट प्रैक्टिस को सही तरीके से अपनाने की ट्रेनिंग दी जाएगी।
अयोध्या को विश्व पटल पर सनातन धर्म के केंद्र के रूप में पहचान दिलाने का प्रयास
- आईआईएम निदेशक प्रोफेसर राय के अनुसार, हम विस्तृत कार्ययोजना तैयार करेंगे। इंदौर मॉडल की खास बातें इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी। लोगों में जागरुकता लाने और सूचना को प्रसारित करने के लिए अयोध्या को ध्यान में रखते हुए संचार माध्यमों का अध्ययन किया जाएगा।
- नगर निगम अयोध्या के अधिकारियों के अनुसार अयोध्या को विश्व पटल पर सनातन धर्म के केंद्र के रूप में पहचान दिलवाने का प्रयास किया जा रहा है। इसमें निगम के सामने कई चुनौतियां हैं। आईआईएम इंदौर इसमें मदद करेगा।
- लोगों में जागरूकता और संवाद के लिए किन माध्यमों का उपयोग किया जाता है? इन माध्यमों की वर्तमान स्थिति क्या है? इन चीजों का अध्ययन करने के बाद आगे की रणनीति तैयार की जाएगी। सामाजिक बदलाव का अध्ययन भी किया जाएगा।
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